बच्चियों के जन्म को उत्सव की तरह मनाएं, दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने की लोगों से अपील
दिल्ली सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के वीमेन काउंसिल के साथ मिलकर नवजात बच्चियों के माता-पिता को बेबी किट वितरित की। इस अभियान की शुरुआत अरुणा आसफ अली अस्पताल से की गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के वीमेन काउंसिल के साथ मिलकर नवजात बच्चियों के माता-पिता को बेबी किट वितरित की। इस अभियान की शुरुआत अरुणा आसफ अली अस्पताल से की गई। इस अवसर पर स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बच्चियों के जन्म को एक उत्सव की तरह मानना चाहिए। हमें हर बच्ची के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ और प्रगतिशील समाज बनाना है, जो उन्हें सशक्तिकरण की ओर ले जाए।
बच्चियों के जन्म से पहले या बाद में हत्या करना एक दंडनीय अपराध है और इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य सभी लड़कियों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा में समान अवसर और बिना किसी ¨लग आधारित भेदभाव या हिंसा के उन तक सुविधा पहुंचाना है।
इस अभियान को दिल्ली सरकार के नौ अस्पताल में चलाया गया। जिसमें अरुणा आसफ अली अस्पताल, बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल, दीप चंद बंधु अस्पताल, भगवान महावीर अस्पताल, दादा देव अस्पताल, आचार्य भिक्षु अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, पं. मदन मोहन मालवीय अस्पताल और एनसी जोशी अस्पताल में चलाया गया। दिल्ली सरकार ने सीटीआइ के साथ मिलकर इन नौ अस्पतालों में बेबी किट बांटी।
अब बच्चों तक पहुंचेगी चलती-फिरती आंगनबाड़ी
वहीं, अब दिल्ली में चलती-फिरती आंगनबाड़ी बच्चों तक पहुंचेगी। ऐसे बच्चे जो किसी कारणवश आंगनबाड़ी केंद्र तक नहीं पहुंच पाते हैं, अब दिल्ली सरकार की चलती-फिरती आंगनबाड़ी उन बच्चों तक पहुंच उन्हें पोषक आहार देने के साथ-साथ उनकी शैक्षणिक और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को भी पूरा करेगी।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आंगनबाड़ी आन व्हील्स कार्यक्रम को लांच किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली के हर एक बच्चे को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। आंगनबाड़ी आन व्हील्स इस दिशा में दिल्ली सरकार का एक अनूठा प्रयास है, जिसके जरिये ये सुनिश्चित किया जाएगा कि छह साल तक के हर बच्चे की आंगनबाड़ी तक पहुंच हो। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे।