11 लोगों की मौत से सन्न रह गई थी दिल्ली, हंसते-खेलते परिवार ने एक साथ लगा ली थी फांसी
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में संतनगर स्थित एक मकान में चुड़ावत परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। जो पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई थी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। दिल्ली में 30 जून की रात क्राइम की ऐसी घटना होती है जो ना सिर्फ दिल्लीवालों को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख देती है। जी हां दिल्ली का बुरारी कांड। 30 जून और एक जुलाई की वो काली रात एक परिवार के लिए बुरे सपने की आंधी की तरह आई और एक ही बार में 11 लोगों को मौत के आगोश में हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया। इधर पुलिस इस मामले में लंबे समय तक खाक छानती रही थी।
11 लोगों के सुसाइड की क्या थी वह घटना
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में संतनगर स्थित एक मकान में चुड़ावत परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इस मौत की खबर से पूरा देश सन्न रह गया था। परिवार के 10 लोग फांसी के फंदे से लटके मिले वहीं परिवार का एक सदस्य का शव जमीन पर पड़ा मिला था। लोगों को जैसे ही यह खबर पता चली तो सभी भौचक्के रह गए थे। पुलिस भी इस खबर के मिलते की मौके पर पहुंच कर यह जांचने में लग गई कि आखिर ऐसा क्या हुआ था कि दिल्ली जैसे शहर में एक हंसता-खेलता परिवार एक रात में क्यों अपनी ईहलीला खत्म करने पर उतारू हो गया। कई तरह की चर्चाओं के बीच पुलिस का खुलासा और भी चौंकाने वाला था। मामला ना क्राइम की ओर गया ना ही किसी दुश्मनी और ना ही किसी परेशानी की ओर।
आत्महत्या का कारण
आपको जानकर यह हैरानी जरूर होगी कि पुलिस जांच में यह क्राइम किसी दुश्मनी, पैसे की लेनदेन में नहीं हुई थी। पुलिस के अनुसार एक अलग ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ। यह सभी मौत का कारण अंधविश्वास था। पुलिस थ्योरी के हिसाब से ललित नाम के शख्स के कारण सभी लोगों ने आत्महत्या की थी। मोक्ष पाने की लालसा रखने वाले सभी लोगों को ललित ने कहा फांसी लगा लें। कुछ नहीं होगा ईश्वर आपको बचा लेंगे। इसके बाद सभी सदस्यों ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
किस-किसने की थी आत्महत्या
नारायण देवी - 77 वर्ष
नारायणी देवी की बेटी प्रतिभा- 57 वर्ष
भवनेश (प्रतिभा के बेटे)- 50 वर्ष
ललित चुड़ावत (प्रतिभा के बेटे)- 45 वर्ष
सविता (प्रतिभा की बहू)- 48 वर्ष
टीना (प्रतिभा की बहू) - 42 वर्ष
घर के बच्चे
मीनू- 23वर्ष
निधि -25वर्ष
ध्रुव- 15 वर्ष
शिवम- 15 वर्ष