Move to Jagran APP

आम्रपाली मामलाः बिल्डर, निवेशक व प्राधिकरण अलग-अलग तैयार करेंगे रिपोर्ट

निवेशकों को उम्मीद है कि कोर्ट दो से तीन परियोजनाओं के लिए राहत भरा फैसला सुना सकती है।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 03 Apr 2018 08:19 AM (IST)
आम्रपाली मामलाः बिल्डर, निवेशक व प्राधिकरण अलग-अलग तैयार करेंगे रिपोर्ट
आम्रपाली मामलाः बिल्डर, निवेशक व प्राधिकरण अलग-अलग तैयार करेंगे रिपोर्ट

नोएडा (जेएनएन)। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आम्रपाली के निवेशक, वकील व आम्रपाली बिल्डर प्रबंधन के साथ एक बैठक का आयोजन शनिवार को सेक्टर-15ए के क्लब में हुआ। बैठक में बिल्डर, निवेशक व प्राधिकरण तीनों अलग-अलग अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। यह रिपोर्ट छह अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में जमा की जाएगी। दस अप्रैल को इसी रिपोर्ट के आधार पर फैसला सुनाया जाएगा। निवेशकों को उम्मीद है कि कोर्ट दो से तीन परियोजनाओं के लिए राहत भरा फैसला सुना सकती है।

loksabha election banner

सुप्रीम कोर्ट ने बिल्डर निवेशकों की एक संयुक्त टीम बनाकर आम्रपाली के सभी परियोजनाओं की वास्तविक स्थिति जानने के लिए एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। आदेश के तहत टीम ने समूह की सभी परियोजनाओं का निरीक्षण कर एक रिपोर्ट तैयार की। जिसे 27 मार्च को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। निवेशकों ने बताया कि रिपोर्ट में क्या था उन्हें नहीं मालूम।

लिहाजा कोर्ट ने एक संयुक्त बैठक करने का आदेश दिया था। इसक तहत शनिवार को बैठक का आयोजित की गई। जिसमे निवेशको, प्राधिकरण व बिल्डर ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिससे यह स्पष्ट होता नहीं दिखा कि समूह के कितनी परियोजनाओं का कितना काम पूरा हो चुका है कितना बचा है निवेशकों के पैसे कहा डायवर्ट किए गए या फिर कब तक काम पूरा हो सकेगा।

लिहाजा यह निर्णय लिया गया कि प्राधिकरण, बिल्डर व निवेशक तीनों ही अपनी-अपनी रिपोर्ट तैयार करें। यह रिपोर्ट पांच दिनों के अंदर तैयार करनी होगी। जिसमे निवेशक पहले किए गए सर्वे व रिपोर्ट के अधार पर रिपोर्ट तैयार करेंगे।

साथ ही प्राधिकरण बिल्डर की वित्तीय स्थिति ओसी व सीसी के आधार पर व बिल्डर परियोजनाओं व रेरा में किए गए रजिस्ट्रेशन के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेगी। यह रिपोर्ट छह तारीख को सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। जिस पर वकीलों द्वारा अध्ययन किया जाएगा। जिसके बाद दस अप्रैल को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।

बताते चलें कि आम्रपाली समूह के करीब एक दर्जन परियोजना नोएडा व ग्रेटर नोएडा में चल रही है। जिनका काफी लंबे समय से काम बंद पड़ा है। ऐसे में निवेशकों ने बिल्डर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही की जा रही है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.