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Delhi Vaccine News : कोरोना वायरस के टीके के चलते खून के थक्के जमने की जांच शुरू

दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अब तक 13 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इनमें सात मरीजों में टीके कारण थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया बीमारी होने की पुष्टि हुई है। छह मरीजों की जिंदगी बचाई जा सकी लेकिन एक मरीज की मौत हो गई।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 09:35 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 09:35 AM (IST)
Delhi Vaccine News :  कोरोना वायरस के टीके के चलते खून के थक्के जमने की जांच शुरू
Delhi Vaccine News : कोरोना वायरस के टीके के चलते खून के थक्के जमने की जांच शुरू

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल ने कोरोना के टीके के कारण खून के थक्के व प्लेटलेट्स कम होने की बीमारी (थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) की जांच की सुविधा शुरू की है। इस अस्पताल में अब तक 13 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इनमें सात मरीजों में टीके कारण थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया बीमारी होने की पुष्टि हुई है। छह मरीजों की जिंदगी बचाई जा सकी, लेकिन एक मरीज की मौत हो गई। डाक्टरों का दावा है कि देश में अभी सिर्फ गंगाराम अस्पताल में ही इसकी जांच कर पुष्टि करने की सुविधा है।

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अस्पताल के अनुसार, देश में टीके के कारण थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के पहले मामले की पुष्टि जून में गंगाराम अस्पताल के डाक्टरों ने ही की थी। तब मथुरा से 18 वर्षीय मरीज को स्थानांतरित करके दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था। गंगाराम अस्पताल के हेमेटोलाजी विभाग के डाक्टरों ने युवक को टीके के कारण थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिया होने की पुष्टि की थी, लेकिन मरीज को स्थानांतरित करने में देरी के कारण उसे बचाया नहीं जा सका।

अस्पताल के हेमेटालाजी विभाग की विशेषज्ञ डा. ज्योति कोतवाल ने कहा कि पुष्टि होने वालों में एक मरीज दिल्ली व पांच मरीज केरल के हैं। केरल से पांचों मरीजों के सैंपल कोरियर से दिल्ली लाए गए थे। उन्होंने कहा कि एडेनोवायरस से बने टीके से कुछ लोगों में प्लेटलेट्स कम होने व खून के थक्के जमने के मामले यूरोप के देशों में आए हैं। यहां ऐसे मामले ज्यादा नहीं देखे गए हैं।

करीब सवा लाख लोगों में से एक व्यक्ति को तीन से 30 दिन के भीतर यह समस्या होने की आशंका रहती है। लेकिन, समय पर जांच और इलाज से जान बचाई जा सकती है। सिर दर्द व उल्टी होने पर स्क्रीनिंग के लिए पहले डी-डाइमर व प्लेटलेट्स की जांच कराई जा सकती है।

टीके से खून के थक्के जमने की बीमारी की पुष्टि के लिए किसी व्यक्ति के ब्लड सैंपल से प्लेटलेट्स अलग कर उसमें मरीज के सिरम का सैंपल डाला जाता है। इसके बाद कम डोज हेपरिन व हाई डोज हेपरिन मिलाकर जांच की जाती है।


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