Move to Jagran APP

दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 में भाजपा उठाएगी छठ पर प्रतिबंध का मुद्दा

MCD Election 2022 पर्व पूर्वांचल के लोगों की भावना से जु़ड़ा हुआ है और राजधानी दिल्ली में इनकी संख्या चुनावी समीकरण को बदलने के लिए काफी है। यही कारण है कि छठ पूजा के आय़ोजन को लेकर लगाए गए प्रतिबंध को भाजपा ने मुद्दा बना लिया।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 11 Nov 2021 02:18 PM (IST)Updated: Thu, 11 Nov 2021 02:41 PM (IST)
दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 में भाजपा उठाएगी छठ पर प्रतिबंध का मुद्दा
दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 में भाजपा उठाएगी छठ पर प्रतिबंध का मुद्दा

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। छठ महापर्व तो संपन्न हो गया, लेकिन इसे लेकर जिस तरह से राजनीति हुई उसका असर आने वाले नगर निगम चुनाव पर भी पड़ेगा। यह पर्व पूर्वांचल के लोगों की भावना से जु़ड़ा हुआ है और राजधानी दिल्ली में इनकी संख्या चुनावी समीकरण को बदलने के लिए काफी है। यही कारण है कि छठ पूजा के आय़ोजन को लेकर लगाए गए प्रतिबंध को भाजपा ने मुद्दा बना लिया। पार्टी के नेताओं ने सड़कों पर उतर रोष जताया और प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुए यमुना तट पर पूजा अर्चना की।अपने आप को पूर्वांचल के लोगों का हितैषी दिखाने की पूरी कोशिश की गई। आगे भी इस मुद्दे को जनता के बीच उठाने की तैयारी है जिससे कि निगम चुनाव में पूर्वांचल के लोगों का साथ मिल सके।

loksabha election banner

दिल्ली में दुर्गा पूजा, दशहरा और दीवाली के आयोजन की अनुमति देने के साथ ही सार्वजनिक रूप से छठ पूजा मनाने पर रोक लगा दी गई थी। भाजपा ने इसका विरोध करते हुए इसे पूर्वांचल के लोगों की पहचान से जोड़ दिया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने इसके विरोध में छठ रथ यात्रा निकालकर छठ पूजा समितियों व पूरबिया लोगों को साथ जोड़ने की कवायद शुरू कर दी। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) पर पूर्वांचल विरोधी होने का आरोप लगाते हुए हरहाल में सार्वजनिक रूप से छठ मनाने की घोषणा करी दी। बाद में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा के आयोजन की अनुमति तो दे दी, लेकिन यमुना किनारे इसे मनाने पर प्रतिबंध जारी रखा।

भाजपा नेताओं ने इसका विरोध जारी रखा। नहाए खाए के दिन पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने प्रतिबंध का उल्लंघन कर आइटीओ स्थित घाट की सफाई कर वहां पूजा की और पूर्वांचल के लोगों से यहां आकर पूजा करने का आह्वान किया। उसके बाद मंगलवार को पुलिस घेरा तोड़ते हुए वहां उन्होंने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ पूजा अर्चना की। इसी तरह से प्रदेश अध्यक्ष व तिवारी ने सोनिया विहार में यमुना किनारे व्रतियों के साथ पूजा की।

भाजपा के रणनीतिकार अब इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष अपनी झुग्गी सम्मान यात्रा में इसे उठाएंगे। अन्य नेताओं को भी इसे प्रचारित करने के लिए कहा गया है कि किस तरह से दिल्ली सरकार ने उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। इसके लिए विशेष अभियान चलेगा।

आदेश गुप्ता (दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष) का कहना है कि AAP सरकार पूर्वांचल विरोधी, आस्था विरोधी और हिंदू धर्म की विरोधी है। यमुना में गंदे नाले को गिरने से नहीं रोक सकी, लेकिन छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा दिया। उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में आयोजन की अनुमति थी फिर दिल्ली में क्यों रोक लगाई गई। सरकार के इस धर्म विरोधी कदम के खिलाफ जनता को जागरूक किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.