10 दिनों का हो दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने की स्पीकर से मांग
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पर यह जिम्मेदारी होती है कि वह सदन में सदस्यों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करें। उनसे यह मांग है कि सत्र कम से कम दस दिन हो और प्रतिदिन सदस्यों को प्रश्न पूछने का मौका दिया जाए।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने विधानसभा के मानसून सत्र की अवधि दस दिन करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 29-30 जुलाई को मानसून सत्र बुलाया जा रहा है। मात्र दो दिनों में सभी मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकती है, इसलिए इसकी अवधि बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सातवीं विधानसभा के गठन के बाद से विधानसभा सत्र में प्रश्नोत्तर काल नहीं रखा जा रहा। इस बार दो दिनों के सत्र में प्रश्नोत्तर काल रखा गया है, लेकिन इतने कम समय में सभी विधायकों को प्रश्न पूछने का अवसर नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि विधानसभा के प्रत्येक सदस्य को सवाल पूछने का अधिकार है। सिर्फ दो दिनों के सत्र में ज्यादातर सदस्य इस अधिकार से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ अरविंद केजरीवाल सरकार अभियक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करती है लेकिन दूसरी तरफ विधानसभा में चुने हुए सदस्यों को प्रश्न पूछने के अधिकार को छीन रही है।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पर यह जिम्मेदारी होती है कि वह सदन में सदस्यों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करें। उनसे यह मांग है कि सत्र कम से कम दस दिन हो और प्रतिदिन सदस्यों को प्रश्न पूछने का मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, परिवहन और प्रदूषण पर सदस्य अपनी बात रखना चाहते हैं।
बता दें कि दिल्ली की सातवीं विधानसभा का दो दिवसीय मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरू होगा। विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा की बैठकें 29 और 30 जुलाई के लिए निर्धारित की गईं हैं। हालांकि जरूरी हुआ तो बैठकें बढ़ाई जा सकती हैं। सदन की बैठक में भाग लेने के लिए सदस्यों को कोविड-19 आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट साथ लेकर आना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही फेस मास्क पहनना होगा। विधानसभा के द्वितीय सत्र के द्वितीय भाग के लिए प्रश्नों की सूचनाएं तत्काल प्रभाव से प्राप्त की जाएंगी। सूचनाएं प्राप्त करने का समय दोपहर तीन बजे तक है।