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रात्रि कर्फ्यू को कारगर हथियार नहीं मान रही है भाजपा

प्रदेश भाजपा प्रभारी बैजयंत जय पांडा का कहना है कि रात्रि कर्फ्यू से कोई विशेष लाभ नहीं होने वाला है। इसकी जगह सरकार को दिन में बाजारों में भीड़-भाड़ कम करने के लिए जरूरी कदम उठाना चाहिए। सरकार को उन तरीकों पर ध्यान देना चाहिए जिससे कोविड रुके।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 08:43 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 08:43 PM (IST)
रात्रि कर्फ्यू को कारगर हथियार नहीं मान रही है भाजपा
कोरोना की जांच बढ़ाने और टीकाकरण पर देना होगा ध्यान।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामले को देखते हुए मंगलवार से दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। डाक्टर इसे संक्रमण रोकने में कारगर नहीं मान रहे हैं। कोरोबारी भी चिंतित हैं। वहीं, भाजपा भी इसे कारगर तरीका नहीं मान रही हैं। उसका कहना है कि दिल्ली सरकार को संक्रमण को रोकने के लिए अन्य जरूरी उपाय करने चाहिए।

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प्रदेश भाजपा प्रभारी बैजयंत जय पांडा का कहना है कि रात्रि कर्फ्यू से कोई विशेष लाभ नहीं होने वाला है। इसकी जगह सरकार को दिन में बाजारों में भीड़-भाड़ कम करने के लिए जरूरी कदम उठाना चाहिए। सरकार को उन तरीकों पर ध्यान देना चाहिए जिससे किसी वर्ग का अहित न हो और कोरोना से बेहतर ढंग से बचा जा सके। इसके लिए कोरोना जांच बढाने और अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की जरूरत है। इसी तरह से टीकाकरण को बढ़ावा देना होगा। इन जरूरी कदमों को उठाकर कोरोना को मात दिया जा सकता है। जनता को भी महामारी के बचाव के लिए बने सभी नियमों की पालन करना चाहिए।

दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा रात्रि कर्फ्यू से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। एनसीआर के शहरों से लोग काम करने के लिए दिल्ली आते जाते हैं। दिल्ली सरकार को अन्य विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण दर ज्यादा है। बावजूद इसके कोरोना जांच कम होती जा रही है। जांच बढ़ाने के साथ ही टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।

टीकाकरण के लिए विशेष शिविर लगनी चाहिए। सावर्जनिक वाहनों में यात्रियों की भीड़ कम करनी चाहिए। इसके लिए पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था करने की जरूरत है। दिल्ली परिवहन निगम के पास पर्याप्त संख्या में बसें नहीं हैं, इसलिए फिलहाल निजी बसों को सड़कों पर उतारकर समस्या दूर की जाए।


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