झुग्गी में लोगों के बीच पीएम मोदी की मन की बात सुनेंगे अमित शाह
भाजपा के रणनीतिकारों ने यह समझ लिया है कि दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने के लिए झुग्गी बस्तियों में अपनी पैठ मजबूत करनी होगी। इनके समर्थन के बिना आप और कांग्रेस को मात देकर दिल्ली में सत्ता का सफर नहीं किया जा सकता है।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा झुग्गी बस्तियों और दलितों में अपना जनाधार मजबूत करने में जुटी हुई है। इनको अपने साथ जोडऩे के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी झुग्गियों में रात्रि प्रवास कर चुके हैं।
अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इनके बीच पहुंचेंगे। शाह रविवार को आरके पुरम में रविदास कैंप के पास झुग्गी में जाकर वहां के लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात सुनेंगे। उन्हें केंद्र सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई योजनाओं की भी जानकारी देंगे।
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भाजपा के रणनीतिकारों ने यह समझ लिया है कि दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने के लिए झुग्गी बस्तियों में अपनी पैठ मजबूत करनी होगी। इनके समर्थन के बिना आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस को मात देकर सचिवालय तक का सफर नहीं किया जा सकता है।
पहले कांग्रेस और उसके बाद आप ने इन्हीं के सहारे दिल्ली की गद्दी हासिल की है। इसलिए भाजपा के नेता पिछले कई महीने से इन बस्तियों में घूम रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी तो नगर निगमों के चुनाव में कई झुग्गियों में रात्रि प्रवास भी कर चुके हैं।
इससे इन इलाकों में पार्टी की पकड़ भी पहले से मजबूत हुई है। इसलिए पार्टी अपनी यह कोशिश आगे भी जारी रखेगी। यही कारण है कि तिवारी निगम चुनाव जीतने के बाद भी झुग्गी बस्तियों में पहुंच रहे हैं। वहीं, केंद्रीय खेल राज्यमंत्री विजय गोयल ने शुक्रवार को स्लम दौड़ का आयोजन किया जिसमें हजारों युवक शामिल हुए।
इसके साथ ही वह झुग्गी बस्तियों को गोद लेने का कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं। इससे भाजपा की स्थिति मजबूत होगी। इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यक्रम झुग्गी बस्ती में आयोजित किया जा रहा है। इसकी तैयारी में शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही अन्य पदाधिकारी भी व्यस्त रहे।
उल्लेखनीय है कि झुग्गी बस्तियां कांग्रेस का मजबूत गढ़ मानी जाती थीं। इनके सहारे कांग्रेस 15 वर्षों तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही, लेकिन वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव से इन बस्तियों में आम आदमी पार्टी की पैठ बन गई है।
यदि भाजपा आप के इस गढ़ को भेदने में कामयाब रहती है तो आने वाले चुनावों में उसकी स्थिति मजबूत होगी। इसलिए पार्टी पूरी रणनीति के साथ इनके बीच अपनी गतिविधि को आगे बढ़ा रही है।