दिल्ली में फिर से बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, सात सैंपल मिले पॉजिटिव, चिड़ियाघर बंद
दिल्ली में एक बार फिर से बर्ड फ्लू की आहट सुनाई दे रही है। सात अलग-अलग सैंपलों को चार अलग-अलग जगहों से जमा किया गया। इन्हें जांच के लिए भोपाल की लैब एनआइएचएसएडी में भेजा गया जहां की रिपोर्ट के अनुसार सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के चिड़ियाघर में 15 जनवरी को हुई ब्राउन फिश उल्लू की बर्ड फ्लू से मौत के बाद लगातार जांच जारी है। चिड़ियाघर से पिछले दिनों भेजे गए सात सैंपल बर्ड फ्लू संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद फिर चिडिय़ाघर प्रबंधन की सिरदर्दी बढ़ गई है।
चिड़ियाघर के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले महीने चिड़ियाघर के चार अलग-अलग स्थानों से पक्षियों के मल-मूत्र और पानी के तालाब से सैंपल भरकर जांच के लिए भोपाल के निसाद में भेजे गए थे, जहां से सैंपल की जांच की गई। इसकी रिपोर्ट मंगलवार को आई, जिसमें चिडिय़ाघर के सभी सात सैंपल संक्रमित पाए गए हैं।
वहीं, राजधानी दिल्ली से कुल 14 अलग-अलग स्थानों से सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से केवल चिड़ियाघर के सैंपल के ही नतीजे आए हैं। अन्य स्थलों से भेजे गए सैंपल के नतीजे अभी आने बाकी हैं। चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि सात नतीजे भले ही संक्रमित आए हों, लेकिन चिड़ियाघर प्रबंधन के लिए यह खुशी की बात है कि बर्ड फ्लू के कारण अब तक केवल एक उल्लू को छोड़कर किसी अन्य पक्षी की मौत नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि लगातार सतर्कता बरती जा रही है। तालाबों के पानी को साफ करने का भी काम किया जा रहा है। इसके अलावा पक्षियों और जानवरों के बाड़े के बाहर लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही चूना भी छिड़का जा रहा है, जिससे संक्रमण पक्षियों के बाड़े तक न पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए अलर्ट पर रखा गया है, जो लगातार चिडिय़ाघर के खुले स्थानों का निरीक्षण कर रहे हैं। वे जांच रहे हैं कि किसी पेड़ पर कोई मरा हुआ पक्षी तो नहीं लटका हुआ है। गौरतलब है कि 15 जनवरी को चिडिय़ाघर में एक ब्राउन फिश उल्लू में फ्लू के लक्षण पाए गए थे, जिसके कारण उसकी मौत हुई थी। इसके बाद से उसके अन्य को अस्पताल में क्वारंटाइन करा दिया गया था।