रीढ़ की जगह पेट का किया ऑपरेशन, किड़नी के पास छोड़ दी सर्जिकल ब्लेड
चमन ने ऑपरेशन के बाद होश आने पर डॉक्टर से पूछा था कि पेट में बाईं ओर क्यों कट लगाया है। डॉक्टर उसे संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। 5 दिन बाद एक्सरे से पेट में सर्जिकल ब्लेड का पता चला।
फरीदाबाद (प्रवीन कौशिक)। इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले दिल्ली एनसीआर के अस्पतालों में लापरवाही के मामले हमेशा सामने आते रहते हैं। बावजूद इन अस्पतालों के रवैये में कोई सुधार नहीं होता है। ऊंची पहुंच की वजह से ये अस्पताल हमेशा कार्रवाई से बच जाते हैं। अब एक अस्पताल में छात्र के ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में डॉक्टरों द्वारा सर्जिकल नाइफ (ऑपरेशन करने वाला ब्लेड) छोड़ने का मामला सामने आया है। इससे भी हैरानी की बात है कि छात्र री़ढ़ की हड्डी का इलाज कराने गया था। ऐसे में उसके पेट में किड़नी के पास कट लगने से परिजन सकते में हैं।
बल्लभगढ़ निवासी बीएससी के छात्र चमन को रीढ़ की हड्डी के पास गांठ का ऑपरेशन कराना था। वह 10 सितंबर को एक मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर गए थे। वहां डॉक्टरों ने 12 सितंबर को उसका ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के 5-6 घंटे बाद होश आया तो चमन ने देखा कि पेट में एक कट लगा है। उसने तुरंत डॉक्टर से पूछा कि पेट में बाईं ओर क्यों कट लगाया है।
चमन का आरोप है कि डॉक्टर संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। तीन दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। घर आने के बाद पेट दर्द होना शुरू हो गया। 18 सितंबर को उन्होंने एक्सरे कराया। एक्सरे रिपोर्ट देखकर डॉक्टरों और उनके होश उड़ गए। एक्सरे में पता चला कि उनके पेट के अंदर एक सर्जिकल ब्लेड है। चमन के अनुसार उनके ऑपरेशन के दौरान ही डॉक्टरों ने लापरवाही में ब्लेड छोड़ी है।
किड़नी के पास है ब्लेड, हो सकता है गंभीर खतरा
एक्सरे से पता चला है कि सर्जिकल ब्लेड चमन के पेट में किड़नी के पास है। सर्जिकल ब्लेड काफी धारदार होता है, इसीलिए ऑपरेशन में उसका इस्तेमाल किया जाता है। जानकारों के अनुसार अगर सर्जिकल ब्लेड ज्यादा देर तक पेट में रहता है तो मरीज को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
टाल-मटोल में जुटी पुलिस, अस्पताल भी समझौते का बना रहा दबाव
चमन के अनुसार अस्पताल की लापरवाही सामने आने के बाद उन्होंने मामले में धौज पुलिस थाने में शिकायत दी है। हालांकि पुलिस अस्पताल के प्रभाव में उनकी रिपोर्ट दर्ज करने में टाल-मटोल करने में जुटी है। चमन के अनुसार उनकी रीढ़ की हड्डी में समस्या थी। फिर उनके पेट का ऑपरेशन क्यों किया गया। उन्होंने किसी अनहोनी की आशंका है। चमन का आरोप है कि मामले में अस्पताल प्रबंधन भी उन पर समझौते का दबाव बना रहा है।