Bharat Bandh News: कृषि कानून के विरोध में भारत बंद से बाजारों ने किया किनारा, खुले रहेंगे दिल्ली में मार्केट
सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि रायशुमारी में अधिकांश व्यापारी नेता किसानों के मुद्दों का समर्थन करते हैं तथा इस संबंध में वे केंद्र सरकार से जल्द समाधान निकालने का अनुरोध करते हैं पर वे बंद के पक्ष में नहीं हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। Bharat Bandh News: तीन नए कृषि कानून के विरोध में "भारत बंद'' का आह्वान राष्ट्रीय राजधानी के बाजारों में बेअसर रहेगा। इसे लेकर दिल्ली में व्यापारियों के संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने कारोबारी संगठनों के बीच रायशुमारी की थी, जिसमें 98 फीसद से अधिक व्यापारिक नेताओं ने बंद से दूरी बनाने की सलाह दी है। सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि रायशुमारी में अधिकांश व्यापारी नेता किसानों के मुद्दों का समर्थन करते हैं तथा इस संबंध में वे केंद्र सरकार से जल्द समाधान निकालने का अनुरोध करते हैं, पर वे बंद के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि कोरोना व इस आंदोलन के कारण पहले से ही व्यापारियों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (भायूवीएम) दिल्ली के महासचिव हेमंत गुप्ता ने कहा कि वित्तीय वर्ष खत्म हो रहा है, उसका लेखा-जोखा तैयार करना है। ऐसे में बंद किसी हालत में सही नहीं है। दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने कहा कि बाजार पूर्व की तरह खुले रहेंगे। त्योहार का माहौल है। लोग खरीदारी करने बाजार आ रहे हैं। अगर बाजार को बंद किया जाएगा तो उनको काफी तकलीफ होगी, वहीं व्यापारियों को भी नुकसान उठाना होगा।
सीटीआइ के महासचिव विष्णु भार्गव ने कहा कि व्यापारी चाहते हैं कि इस आंदोलन का जल्द समाधान निकले ताकि दिल्ली के बार्डर खुले। आटोमोटिव पाट्र्स मर्चेंट एसोसिएशन (अपमा) के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि बार्डर बंद होने तथा जाम की समस्या से माल की आवाजाही प्रभावित हो रही है। कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। बहुत से व्यापारियों की फैक्ट्रियां और गोदाम सोनीपत, कुंडली, राई, नोएडा व गाजियाबाद में है, वहां तक आने-जाने में उनके साथ कर्मचारियों और ग्राहकों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है।
टैंक रोड के कारोबारी नेता रमेश आहूजा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली और पूरे देश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। अगर यहीं स्थिति बनी रही तो निकट भविष्य में पहले की तरह बाजारों में सख्ती की जा सकती है। ऐसे में व्यापारी अब अपनी दुकानें बंद करने के पक्ष में नहीं है।
ये बाजार रहेंगे खुले
इसलिए शुक्रवार को चांदनी चौक, सदर बाजार, खारी बावली, नया बाजार, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, करोलबाग, कनॉट प्लेस, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, लक्ष्मी नगर, गांधीनगर, कमला नगर, नेहरू प्लेस, साउथ एक्स, रोहिणी व पीतमपुरा समेत दिल्ली के सभी छोटे-बड़े बाजार खुले रहेंगे। इसके साथ ही 28 औद्योगिक क्षेत्रों में सभी फैक्ट्रियां भी खुली रहेंगी।
देशभर के बाजारों में बंद रहेगा बेअसर: खंडेलवाल
कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने दावा किया 26 मार्च का भारत बंद राष्ट्रीय राजधानी ही नहीं, बल्कि पूरे देश के बाजारों में बेअसर रहेगा। उन्होंने कहा कि इसे लेकर न आंदोलनकारी संगठनों ने व्यापारिक संगठनों से संपर्क साधा है न व्यापारी ही स्वत: स्र्फूत तरीके से बाजार बंद के पक्ष में है।