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चांदनी चौक की खूबसूरती रखना होगा बरकरार, इमरजेंसी सेवाओं के लिए बनेगी एसओपीः सत्येंद्र जैन

पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने लालकिला से फतेपुरी मस्जिद तक पुनर्विकसित की गई चांदनी चौक की सड़क पर पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सड़क पर लगाई गईं स्ट्रीट लाइट की रौशनी कम है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 12:54 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 07:39 PM (IST)
चांदनी चौक की खूबसूरती रखना होगा बरकरार, इमरजेंसी सेवाओं के लिए बनेगी एसओपीः सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों के साथ चांदनी चौक में किए गए सौंदर्यीकरण कार्य की समीक्षा की

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चांदनी चौक की खूबसूरती बरकरार रखना जरूरी है। इसलिए यहां नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। वहां पहले की तरह वाहनों की भीड़ न हो और लोगों को सहूलियत मिले, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। वह 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा चांदनी चौक के पूरे हुए पुनर्विकास कामों के उद्घाटन कार्यक्रम के मद्देनजर समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

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दिल्ली सचिवालय में आयोजित इस बैठक में पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व दिल्ली पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने चांदनी चौक की सड़क पर पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सड़क पर लगाई गई स्ट्रीट लाइट की रोशनी कम है। कम रोशन होने से लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा होती है। ऐसे में अधिक रोशनी देने वाले एलईडी लगाए जाएं। उन्होंने सड़क किनारे ऊंचाई वाले पौधे लगाने का सुझाव दिया, ताकि दुकानदारों को भी कोई दिक्कत न हो।

चांदनी चौक के रिक्शों की होगी कलर कोडिंग, मिलेगा बैज

चांदनी चौक के रिक्शे बाकी दिल्ली वालों से कुछ अलग होंगे। इनमें कलर कोडिंग होगी और बैज भी लगे होंगे, जो बताएंगे कि ये चांदनी चौक में चलने वाले ही रिक्शे हैं। असल में इस पुराने और ऐतिहासिक शहर की पुनर्विकसित सड़क (लाल जैन मंदिर से फतेहपुरी मस्जिद तक) को मोटर वाहन मुक्त (एनएमवी) रोड बनाया गया है। इसलिए इस सड़क पर सिर्फ हाथ रिक्शा ही चलाने की अनुमति रहेगी। परियोजना से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक चिह्नित रिक्शों पर ही दुकानदार अपने सामान को लेकर आ-जा सकते हैं। ये रिक्शे इस तरह संचालित किए जाएंगे, ताकि वे एक-दूसरे को ओवरटेक न करें। किसी रिक्शा को सामान उतारना है या लादना है, तो उसके लिए बगल में जगह दी जाएगी, ताकि जाम न लगे।

75 वालंटियर्स रखेंगे वाहनों पर नजर

प्रतिबंधित मार्ग पर मोटर वाहन का प्रवेश रोकने के लिए बैरियर लगाए जा रहे हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, ताकि ऐसे वाहनों का चालान किया जा सके। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 166 सिविल डिफेंस वालंटियर की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उनके पास संख्याबल की कमी है, इसलिए जब तक कैमरा चालू नहीं होते हैं, तब तक के लिए उन्हें मदद के लिए कुछ लोगों की जरूरत है। मंत्री ने पीडब्ल्यूडी विभाग को दो महीने के लिए 75 वालंटियर देने के निर्देश दिए हैं।

नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस की

मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि चांदनी चौक ऐतिहासिक स्थल है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे खूबसूरत बनाया गया है और इसकी खूबसूरती को बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यहां पहले जैसी स्थिति न बन पाए। अगर पहले की तरह ही वाहनों की भीड़ रहेगी और लोगों को सहूलियत नहीं मिलेगी तो फिर चांदनी चौक की छवि धूमिल होगी और दोबारा छवि को वापस पाना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि शुरू में बहुत से लोग ऐसे मिलेंगे जो जान बूझकर मोटर वाहन लेकर जाने का प्रयास करेंगे। हमें इसे लेकर सख्ती बरतने की जरूरत है। अगर एक-दो महीने सख्ती कर देंगे तो फिर लोग नियमों का पालन करना शुरू कर देंगे।

आवश्यक व इमरजेंसी सेवाओं के लिए बनेगी एसओपी

लालकिला से फतेहपुरी मस्जिद तक आवश्यक और इमरजेंसी सेवाएं देने वाले वाहनों के आवागमन की अनुमति रहेगी। जैसे- एंबुलेंस, फागिंग करने वाली गाड़ी, पुलिस की गाड़ी, बैंक की कैश वैन और सिक्युरिटी वैन आदि को अनुमति रहेगी। सड़क की सफाई सुबह 9 बजे से पहले कर दी जाएगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने आवश्यक और इमरजेंसी सेवाओं के लिए एसओपी बनाने के निर्देश दिए। किसी आवश्यक मरम्मत कार्य आदि के लिए स्थानीय प्रशासन से प्रतिदिन के आधार पर अनुमति लेनी होगी।

रेहड़ी-पटरी वालों को नहीं मिलेगी जगह

एक अधिकारी के मुताबिक विभिन्न अदालतों की न्यायिक घोषणाओं के कारण चांदनी चौक को रेहड़ी-पटरी वालों से मुक्त रखा जाएगा। इन्हें बसाने की कोई योजना नहीं है।


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