दिल्ली मेट्रो में सफर के दौरान बचके रहना शाहरुख और अमित से, चुटकियों में यात्रियों को लगाते हैं चूना
आरोपित शाहरुख पर कई थाना क्षेत्र में लूट झपटमारी आर्म्स एक्ट और चोरी के 25 मामले दर्ज हैं। 22 फरवरी को कश्मीरी गेट मेट्रो थाना पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था और आठ मार्च को आरोपित जमानत पर छूट कर आया था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के साथ-साथ दिल्ली मेट्रो में सफर के दौरान मेट्रो स्टेशनों पर शाहरुख और अमित से बच के रहना वरना आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है। दरअसल, लूटपाट, झपटमारी व चोरी जैसे कई आपराधिक मामलों में शामिल रहे दो बदमाशों को कश्मीरी गेट मेट्रो थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान सीमापुरी निवासी शाहरुख व अमित के रूप में हुई है। इनके पकड़े जाने से मेट्रो स्टेशन पर मोबाइल चोरी की पांच वारदात का पर्दाफाश हुआ है। आरोपितों के कब्जे से चोरी के दो मोबाइल फोन व चोरी के तीन मोबाइल बेचने के 6500 रुपये बरामद हुए हैं।
मेट्रो डीसीपी जितेंद्र मणि ने बताया मेट्रो स्टेशन पर मोबाइल चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कश्मीरी गेट मेट्रो थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर राम सहाय मीणा के नेतृत्व में कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर बृहस्पतिवार शाम पांच बजे एएसआइ सतेंद्र और सिपाही हरीराम सादे कपड़े में जांच कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने दो संदिग्धों को देखा। पुलिसकर्मियों को देखते ही दोनों आरोपितों ने मेट्रो ट्रेन में दो मोबाइल फोन गिरा दिया। पूछने पर दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसी बीच सामने वाले डिब्बे से दो लोग आए और उन्होंने दोनों मोबाइल फोन को अपना बताया। ऐसे में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि दोनों नशे के आदी हैं और अपनी बुरी आदतों को पूरा करने के लिए अपराध करते हैं।
आरोपित शाहरुख पर कई थाना क्षेत्र में लूट, झपटमारी, आर्म्स एक्ट और चोरी के 25 मामले दर्ज हैं। 22 फरवरी को कश्मीरी गेट मेट्रो थाना पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था और आठ मार्च को आरोपित जमानत पर छूट कर आया था। वहीं आरोपित संजय चोरी के सात मामलों में शामिल रहा है। इसे भी 24 फरवरी को कश्मीरी गेट मेट्रो थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में इसे जमानत मिल गई।
दिल्ली मेट्रो में चोरनियां भी सक्रिय
पिछले 4-5 सालों के दौरान दिल्ली मेट्रो में चोरनियां भी सक्रिय हैं। बता दें कि 2017 के मुकाबले साल 2018 में महिला चोरनियों की संख्या में इजाफा देखा गया ता। 2017 में जहां कुल मामलों में महिला पॉकेटमारों की संख्या 85 फीसद थी, तो वहीं 2018 में यह आंकड़ा 94 फीसद पर पहुंच गया था। बता दें कि सीआइएसएफ लगातार यात्रियों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
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- 2017 में 1,392 चोरी के मामले दर्ज
- 2018 में मेट्रो में चोरी के 497 मामले दर्ज
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इस तरह होती है मेट्रो में चोरी
सीआइएसएफ जवानों की मानें तो ज्यादातर महिला चोर सेंट्रल दिल्ली से मेट्रो में चढ़ती हैं। इसके बाद मौका देखकर चोरी को अंजाम देती हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को ऐसी महिलाओं या महिलाओं के कपड़े पहने हुए पुरुषों से सावधान रहना चाहिए जिनका व्यवहार उन्हें सामान्य न लगे। ज्यादातर महिला चोर सलवार-सूट पहनती हैं और सिर को पल्लू से ढंक लेती हैं। उनके हाथ में बच्चा रहता है, ऐसे में वह पुरुष हैं इसका पता लगाना मुश्किल भी हो जाता है। महिला चोर भी सूट पहन, सिर को ढकते हुए और बच्चा लिए नजर आती हैं, ताकि उन पर किसी को शक न हो। भीड़ का फायदा उठाते हुए वह सावधानी से पर्स खोलती हैं और कीमती सामान पर हाथ साफ कर लेती हैं।
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