Move to Jagran APP

कोरोना के दोनों टीके लगवा चुके हैं तब भी बरतें सावधानी, हो सकते हैं संक्रमित

टीके के दोनों डोज लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण को लेकर आश्वस्त होने वाले लोग जरा सावधान हो जाएं क्योंकि टीके लगवाने के महीनों बाद भी कोरोना संक्रमण लोगों को अपनी जद में ले रहा है। ढ़ते संक्रमण दर व मृत्युदर को देखकर डर लगना स्वाभाविक है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 12:58 PM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 12:58 PM (IST)
कोरोना के दोनों टीके लगवा चुके हैं तब भी बरतें सावधानी, हो सकते हैं संक्रमित
कोरोना की दोनों डोज लेने के बाद भी सावधानी बरतनी जरूरी है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। टीके के दोनों डोज लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण को लेकर आश्वस्त होने वाले लोग जरा सावधान हो जाएं, क्योंकि टीके लगवाने के महीनों बाद भी कोरोना संक्रमण लोगों को अपनी जद में ले रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि टीका प्राप्त लोग होम आइसोलेशन में रहकर ही स्वस्थ हो रहे हैं। चौ. ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेदिक चरक संस्थान में अतिरिक्त निदेशक शैक्षणिक प्रो. डा. भरत भोयार ने बताया कि 27 फरवरी को उन्होंने टीके का दूसरा डोज लगवाया था। पर दस अप्रैल को उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पाजीटिव आई, जिसके बाद से वे होम आइसोलेशन में है और फिलहाल पूरी तरह स्वस्थ है।

loksabha election banner

अपना अनुभव साझा करते हुए डा. भरत बताते हैं कि रिपोर्ट पाजीटिव आने के बाद एक पल को मन में डर का माहौल बन गया, क्योंकि मुझे तेज बुखार, खांसी-जुकाम, गले में बलगम जैसी समस्या थी। बढ़ते संक्रमण दर व मृत्युदर को देखकर डर लगना स्वाभाविक है। पर मैंने हिम्मत नहीं हारी और आयुर्वेदिक व एलोपेथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज शुरू किया। फिलहाल मुझे हल्की खांसी व जुकाम है, जिसके लिए मैं चिकित्सीय परामर्श अनुसार दवाई ले रहा हूं।

द्वारका सेक्टर-18 निवासी डा. भरत बताते हैं इस संकट की घड़ी में अधिकांश कोरोना संक्रमित घरों में आइसोलेट है और यदि वे नियम का ठीक ढंग से पालन सुनिश्चित करें तो वे जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकते है। अपनी दिनचर्या का जिक्र करते हुए डा. भरत बताते हैं कि मैं परिवार से अलग एक कमरे में अकेले रह रहा हूं और अलग शौचालय का प्रयोग कर रहा हूं। परिवार का कोई सदस्य मेरे कमरे में प्रवेश न करें, इसके लिए सभी को सख्त आदेश दिया गया है। खाने में पौष्टिक आहार का सेवन कर रहा हूं। इसके अलावा मौसमी फलों जैसे तरबूज, सेब, खरबूजा आदि को अधिक से अधिक खाने में शामिल किया है। डा. भरत बताते है इस समय निर्जलीकरण की समस्या न हो यह बेहद जरूरी है।

इसलिए रसदार फलों के साथ गुनगुने पानी का ज्यादा सेवन कर रहा हूं। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हल्दी वाला दूध काफी अहम है। डा. भरत बताते हैं कि वे नियमित रूप से आक्सीजन व रक्तचाप स्तर माप रहे है, ताकि समस्या होने पर समय रहते इलाज शुरू किया जा सके। मानसिक रूप से खुद को स्वस्थ रखने के लिए टीवी और मोबाइल पर समय व्यतीत करने के साथ योग व प्राणायाम की मदद ले रहा हूं।

कोरोना संक्रमण को मात देने में योग व प्राणायाम का काफी महत्वपूर्ण योगदान है। इसके अलावा जहां तक दवा की बात है प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए गिलोए घनवटी और अश्वगंधा का सेवन कर रहा हूं। कमरे में अकेले रहने के बावजूद हर समय मास्क लगाता हूं और प्रत्येक आठ घंटे में मास्क को बदल लेता हूं। मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए निगम की गाड़ी नियमित रूप से आ रही है। जहां तक साफ-सफाई की बात है उसके लिए सोडियम हाइपोक्लोराइड का प्रयोग किया जा रहा है। समाप्त मनीषा गर्ग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.