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Covid-19: तीसरी लहर को रोकने की तैयारी में जुटी दिल्ली सरकार लग सकता है झटका, पढ़िये- क्या है पूरा मामला

वायु प्रदूषण के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते दिल्ली सरकार के तहत लोक निर्माण विभाग की ढांचागत विकास की करीब 136 परियोजनाओं पर इस समय काम बंद है। इनमें कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों का निर्माण व इनमें 6836 आइसीयू बेड की व्यवस्था करना भी शामिल है।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 08:15 AM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 08:15 AM (IST)
Covid-19:  तीसरी लहर को रोकने की तैयारी में जुटी दिल्ली सरकार लग सकता है झटका, पढ़िये- क्या है पूरा मामला
Covid-19: तीसरी लहर को रोकने की तैयारी में जुटी दिल्ली सरकार लग सकता है झटका, पढ़िये- क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए की जा रहीं तैयारियों को झटका लग सकता है। कारण यह है कि वायु प्रदूषण के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते दिल्ली सरकार के तहत लोक निर्माण विभाग की ढांचागत विकास की करीब 136 परियोजनाओं पर इस समय काम बंद है। इन परियोजनाओं में कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों का निर्माण व इनमें 6,836 आइसीयू बेड की व्यवस्था करना भी शामिल है। ये बेड अगले वर्ष फरवरी तक तैयार किए जाने थे। अब काम बंद होने से परियोजना पर काम कर रहे लोक निर्माण विभाग की चिंता बढ़ गई है। विभाग ने दिल्ली सरकार के सामने अपनी बात रखी है। विभाग ने अनुरोध किया है कि सुप्रीम कोर्ट में बात रख काम की अनुमति दिलवाई जाए, अन्यथा समय पर इस परियोजना को पूरा कर पाना संभव नहीं होगा।

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दिल्ली के सात बड़े अस्पतालों के साथ कुल मिलाकर 6836 नए आइसीयू बेड की व्यवस्था की जानी थी। इन नए अस्पतालों पर 1216.72 करोड़ की राशि खर्च की जानी है। यह कार्य छह माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। योजना के तहत नए अस्पताल सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, जीटीबी अस्पताल और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में बनाए जाने हैं। इनके निर्माण का काम भी शुरू हो चुका था। लोक निर्माण विभाग तय लक्ष्य के अनुसार काम कर रहा था। मगर प्रदूषण बढ़ने पर करीब 15 दिन पहले वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की सख्ती के चलते दिल्ली सरकार ने निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इसके बाद मौसम कुछ ठीक हुआ तो 21 नवंबर को दिल्ली सरकार के काम की अनुमति दे दी। दो दिन काम हुआ था, मगर उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निर्माण कार्य बंद है।

कहां कितने बेड की होगी व्यवस्था

शालीमार बाग में 7.95 एकड़ जमीन पर अस्पताल बनेगा। यहां 1430 आइसीयू बेड बनेंगे। किराड़ी में 2.71 एकड़ में बनने वाले अस्पताल में 458 आइसीयू बेड लगेंगे। जीटीबी अस्पताल परिसर में बनने वाले 6.02 एकड़ के अस्पताल में 1912 आइसीयू बेड लगेंगे। रघुवीर नगर की नौ एकड़ जमीन में बनने वाले अस्पताल में 1565 आइसीयू बेड़ तैयार किए जाएंगे। चाचा नेहरू अस्पताल में 2.32 एकड़ जमीन पर बनने वाले अस्पताल में 610 आइसीयू बेड बनेंगे। सुल्तानपुरी में 10 हजार वर्ग मीटर में बनने वाले अस्पताल में 525 आइसीयू बेड बनेंगे। इन अस्पतालों में इमरजेंसी, ओपीडी, वार्ड समेत सभी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा आक्सीजन टैंक का भी इंतजाम किया जाएगा।


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