कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए आयुर्वेद की अहम भूमिका : राजेश कुटेजा
आयुष एवं महिला बाल विकास राज्यमंत्री डा मुंजपारा महेंद्रभाई ने कहा कि विकास अनुसंधान और चिकित्सा पद्धति के मामले में आयुर्वेद निरंतर प्रगति की राह पर है। यहीं नहीं कोरोना काल में वैश्विक स्तर पर इसकी साख बढ़ी है।
नई दिल्ली [आशीष सिंह]। आयुष एवं महिला बाल विकास राज्यमंत्री डा मुंजपारा महेंद्रभाई ने कहा कि विकास, अनुसंधान और चिकित्सा पद्धति के मामले में आयुर्वेद निरंतर प्रगति की राह पर है। यहीं नहीं, कोरोना काल में वैश्विक स्तर पर इसकी साख बढ़ी है। आयुर्वेद दवा पद्धति में वृद्धि हुई है। वह कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व को इंटरनेट माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस पर्व का आयोजन आयुष मंत्रालय के सहयोग से अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन द्वारा किया गया है।
इसमें आगंतुकों को आयुर्वेद की उन्नति और बढ़ते प्रभाव के बारे में बताया गया। सम्मेलन में विभिन्न कालेजों के छात्र शामिल हो रहे हैं। इस अवसर पर आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया। इसके अलावा सम्मेलन में लगभग 200 से अधिक आयुर्वेद फार्मेसी ने प्रदर्शनी लगाई है।
पर्व में आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कुटेजा ने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना महामारी में दो लाख रोगियों को घर जाकर स्वस्थ किया गया है। आयुर्वेद लगातार आगे बढ़ रहा है। इसी तरह अश्वगंधा, मूलेठी, गिलोय, च्यवनप्राश समेत अन्य उत्पादों का निर्यात बढ़ा है।
आयुर्वेद के सलाहकार वैद्य मनोज नेसरी ने कहा कि वर्तमान में सरकार द्वारा 300 से अधिक आयुर्वेद के कालेज स्थापित किए जा रहे हैं। इसी के साथ इनकी सीटों में भी वृद्धि की जा रही है। अखिल भारतीय आयुर्वेद सम्मेलन के अध्यक्ष वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा ने बताया कि इस पर्व को देश के विभिन्न महानगरों में तीन दिवसीय कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में आयुर्वेद की उपलब्धि और फायदों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।