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राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुआ निधि समर्पण, विश्‍व के सबसे बड़े अभियान पर रहेगी गृह मंत्रालय की नजर

मकर संक्रांति से 45 दिनों का यह महाभियान ऐसे वक्त में आरंभ हुआ है जब देश में इंटरनेट मीडिया फर्जी काल व एसएमएस के माध्यम से लोगों से ठगी की शिकायतें बढ़ी है। खुद इस अभियान के नाम पर फर्जी तरीके से चंदा वसूलने के भी मामले सामने आए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 11:05 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 11:05 PM (IST)
राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुआ निधि समर्पण, विश्‍व के सबसे बड़े अभियान पर रहेगी गृह मंत्रालय की नजर
45 दिनों के महाभियान में असामाजिक तत्वों को लेकर बरती जाएगी सतर्कता।

नई दिल्ली, नेमिष हेमंत। अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए वैसेे तो विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने देशव्यापी "निधि समर्पण' महाभियान शुरू किया है, पर इस पर देश के गृहमंत्रालय की भी निगरानी रहेगी। मंत्रालय यह आश्वस्त करेगा कि विश्व के सबसे बड़े इस अभियान में कोई असमाजिक तत्व गड़बड़ी न कर सकें। गृह मंत्रालय से मदद के लिए विहिप ने खुद ही उससे संपर्क साधा है।

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क्‍यों पड़ी गृहमंत्रालय के निगरानी की जरूरत

मकर संक्रांति से 45 दिनों का यह महाभियान ऐसे वक्त में आरंभ हुआ है जब देश में इंटरनेट मीडिया, फर्जी काल व एसएमएस के माध्यम से लोगों से ठगी की शिकायतें बढ़ी है। खुद इस अभियान के नाम पर देश के कुछ भागों से फर्जी तरीके से चंदा वसूलने के भी मामले सामने आए हैं।

लोगों को किया जा रहा जागरूक

ऐसे में रामभक्तों के साथ विहिप में इसकी चिंता देखी जा रही है। विहिप व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अपनी वेबसाइट के साथ ही अधिकारिक फेसबुक, ट्विटर व यूट्यूब पेज के माध्यम से भी लाेगों को अभियान के बारे में नियमित तौर पर जागरूक कर रहा है। उनसे जरूरी सूचनाओं के साथ बैंक अकाउंट और निधि समर्पण के माध्यमों की जानकारी दी जा रही है।

विश्व का सबसे बड़ा अभियान  

विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इतना बड़ा अभियान है। सवा पांच लाख गांवों में 65 करोड़ से अधिक लोगों से संपर्क साधा जाना है। ऐसे में गड़बड़ियों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। कुछ असमाजिक तत्व गड़बड़ी कर सकते हैं। इंटरनेट मीडिया में कुछ गलत सूचनाएं प्रसारित हो सकती है, जिससे समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश होगी। इसलिए भी गृह मंत्रालय से संपर्क साधा गया है।

कार्यकर्ता भी रखेंगे नजर

अभियान के लिए विहिप ने कैलाश कालोनी में केंद्रीय समन्वय कार्यालय बनाया है, जहां आइटी की सशक्त टीम भी इलेक्ट्रानिक माध्यमों से गड़बड़ियों पर नजर रखेगी। इसी तरह देशभर के कार्यकर्ताओं को भी जमीनी स्तर पर ऐसी गड़बड़ी पर नजर रखने को कहा गया है। आलोक कुमार ने कहा कि अभियान में जुटे 10 लाख से अधिक कार्यकर्ता इसके लिए चौकन्ने रहेंगे। उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए लोग विहिप व ट्रस्ट की वेबसाइट व इंटरनेट मीडिया के अधिकारिक पेज से सही जानकारी लें तथा गड़बड़ी होने पर तत्काल पुलिस व विहिप के स्थानीय संगठन को सूचित करें।

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