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ATM धोखाधड़ी का एकदम नया और अनोखा मामला, 75 कार्ड संग चार हैकर गिरफ्तार

ATM से धोखाधड़ी का एकदम नया और अनोखा मामला आया सामने। गुरुग्राम STF ने चार हैकरों को 75 एटीएम कार्ड संग पकड़ा है। आरोपी जानकारों से किराए पर ATM कार्ड लेकर बैकों को चूना लगाते थे।

By Amit SinghEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 04:46 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 04:46 PM (IST)
ATM धोखाधड़ी का एकदम नया और अनोखा मामला, 75 कार्ड संग चार हैकर गिरफ्तार
ATM धोखाधड़ी का एकदम नया और अनोखा मामला, 75 कार्ड संग चार हैकर गिरफ्तार

गुरुग्राम, जेएनएन। एटीएम से धोखाधड़ी का एकदम नया और अनोखा मामला सामने आया है। गुरुग्राम एसटीएफ ने चार हैकरों को 75 एटीएम कार्ड के साथ गिरफ्तार कर एटीएम धोखाधड़ी के मामले में बड़ा खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपी अपने जानकारों से किराए पर एटीएम कार्ड लेकर बैंकों को चूना लगाते थे। पुलिस को आरोपियों के पास से 75 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं।

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गुरुग्राम एसटीएफ ने एटीएम कार्ड से धोखाधड़ी करने वाले चार हैकरों को रविवार रात सदर बाजार स्थित जैन मंदिर के पास से गिरफ्तार किया था। इनकी पहचान नूंह निवासी इकबाल, राहिल, वाहिद एवं सद्दाम के रूप में हुई है। सभी को सोमवार को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है।

रविवार शाम स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सूचना मिली थी कि एटीएम कार्ड के माध्यम से बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्य सदर बाजार इलाके में घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही एसआइ मदनलाल के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और चारों को गिरफ्तार कर लिया।

एेसे करते थे धोखाधड़ी

तलाशी में एसटीएफ को इनके पास से 75 एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी कार्ड उनके जानने वालों के हैं। आरोपियों ने बताया कि वह एटीएम कार्ड मशीन में लगाने के बाद ट्रांजेक्शन के लिए कमांड देते थे। जैसे ही रुपये निकलने लगते थे, वह लोग एटीएम का पावर ऑफ कर देते थे। इससे एटीएम से निकलने वाली पर्ची पर ट्रांजेक्शन नहीं दिखाता था, जबकि आरोपी रुपये निकाल चुके होते थे।

किराए पर लेते थे एटीएम कार्ड

आरोपी ट्रांजेक्शन की पर्ची को ले जाकर बैंक में जमा कराते थे। आरोपी बैंक को बताते थे कि अचानक मशीन हैंग होने की वजह से उनके रुपये नहीं निकले, लेकिन खाते से कट गए हैं। बैंक द्वारा सत्यापन करने पर एटीएम की उस ट्रांजेक्शन आईडी से भी आरोपियों का दावा सही साबित होता था। लिहाजा बैंक उस एटीएम कार्ड के खाते में पूरा पैसा कर देता था। उधर आरोपी एटीएम मशीन से निकलने वाली रकम में से आधा हिस्सा उस एटीएम कार्ड धारक को दे देते थे, जिससे उन्होंने किराए पर कार्ड लिया होता था।

बैंकों से मांगी गई है सभी कार्डों की जानकारी

एसटीएफ के अनुसार आरोपियों से पूछताछ से पता चलेगा कि उन्होंने अब तक 75 कार्ड का कितनी बार उपयोग किया है। एसटीएफ ने सभी कार्ड की जानकारी संबंधित बैंकों को दे दी है। इससे कार्ड वालों की पहचान हो सकेगी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ से लग रहा है कि गिरोह का नेटवर्क न केवल दिल्ली-एनसीआर में फैला है बल्कि देश के कई राज्यों तक फैला हो सकता है। जल्द ही गिरोह में शामिल अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। जांच अधिकारी ने बताया कि पूछताछ से काफी जानकारी हासिल होने की उम्मीद है।

कार्ड देने वाले भी हो सकते हैं गिरफ्तार

एसटीएफ के अनुसार बैंको से एटीएम कार्ड धारकों का ब्यौरा लेकर उनकी भी जांच की जाएगी। जिन कार्ड धारकों की मामले में भूमिका संदिग्ध मिलेगी, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। कार्ड धारकों को ये मालूम होना चाहिए कि वह किसी को अपना कार्ड क्यों दे रहे हैं और आरोपी कार्ड लौटाते वक्त उन्हें आधी रकम क्यों दे रहे हैं। इससे साफ है कि कहीं न कहीं इस पूरे प्रकरण में कार्ड धारकों की भी भूमिका संदिग्ध है। इसके साथ एसटीएफ ने आम लोगों से अपील की है कि वह किसी अन्य व्यक्ति को अपना एटीएम कार्ड न दें।


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