कोरोना के हालत की समीक्षा के लिए अरविंद केजरीवाल ने बुलाई अहम बैठक
Delhi Corona Review Meeting मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बैठक के दौरान कोरोना के हालात पर समीक्षा करेंगे। समीक्षा बैठक में अस्पतालों में बेड होम आइसाेलेशन में रह रहे मरीजों को उपलब्ध कराई जा रहीं सुविधाओं और दी जा रही योग कक्षाओं की सुविधा पर भी चर्चा होगी।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर राजधानी दिल्ली से राहत भरी खबर आ रही है। यहां पर लगातार कोरोना के मामले कम आ रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को 24 घंटे के दौरान 9000 के आसपास आए हैं। इसके लिए आम लोगों के साथ दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने राहत की सांस ली है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को अहम बैठक के दौरान कोरोना के हालात पर समीक्षा करेंगे। समीक्षा बैठक में अस्पतालों में बेड, होम आइसाेलेशन में रह रहे मरीजों को उपलब्ध कराई जा रहीं सुविधाओं और दी जा रही योग कक्षाओं की सुविधा पर भी चर्चा होगी।
बता दें कि कोरोना के मामलों में कमी आने के चलते संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत से घटकर अब 13.32 प्रतिशत पर आ गई है। रविवार को कोरोना के 9197 मामले आए। 18 दिन बाद यह पहला मौका है जब कोरोना के मामले घटकर 10 हजार से कम हो गए। पांच जनवरी को कोरोना के 10,665 मामले आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13,510 मरीज ठीक हुए। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या कम हुई है। लेकिन पिछले 24 घंटे में कोरोना से 34 मरीजों की मौत हो गई।
इस माह 500 से अधिक मरीजों की मौत
दिल्ली में पांच दिसंबर को ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आया था। उस दिन से अब तक कोरोना के कुल तीन लाख 50 हजार 416 मामले आ चुके हैं। जिसमें से 84.46 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 55 हजार से कम हो गई है। वहीं इस माह अब तक 500 अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।
675 कंटेनमेंट जोन बढ़े
कोरोना का संक्रमण कम होने के बावजूद कंटेनमेंट जोन अभी नहीं घट रहे हैं। बल्कि कंटेनमेंट जोन बढ़ते ही जा रहे हैं। एक दिन में 675 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इस वजह से कंटेनमेंट जोन बढ़कर 43,457 से 44,132 हो गई है।
आक्सीजन सपोर्ट पर हैं 814 मरीज
अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों 11.33 प्रतिशत मरीज कम हुए हैं। इस वजह से अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या 2734 से घटकर 2424 हो गई है। अस्पतालों में अभी 814 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। जिसमें से 164 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।