अाज भी प्रदूषण 'खराब' श्रेणी में, कृत्रिम बारिश कराने से IIT-कानपुर ने खड़े किए हाथ
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण का खराब स्तर बरकरार है। हालांकि, हालात में हल्का सुधार हुआ है, लेकिन इसे नाकाफी ही माना जा रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण बरकरार है। हालात में हल्का सुधार हुआ है, लेकिन इसे नाकाफी माना जा रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के जारी आकड़े भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं। AQI के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को पीएम 2.5 का स्तर 245 तो पीएम 10 का स्तर 247 है। वायु प्रदूषण के लिहाज से यह आकड़ा खराब श्रेणी में आता है।
दिल्ली में दिखी स्मॉग की हल्की चादर
इससे पहले बेहद खराब श्रेणी के एयर इंडेक्स के बीच मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की भी हल्की चादर दिखाई दी। चिंताजनक यह है कि बुधवार को भी प्रदूषण के स्तर में सुधार के आसार नहीं लग रहा है। वहीं, आइआइटी कानपुर ने मौसम की फिलहाल की परिस्थितियों के मद्देनजर कृत्रिम बारिश कराने में भी असमर्थता जताई है। उनका कहना है कि मौसम उसके अनुकूल नहीं है।
सीपीसीबी के अनुसार, राहत की बात यह है कि पराली जलना लगभग खत्म हो गई है। पराली का धुआं दिल्ली की तकलीफ नहीं बढ़ा रहा है, लेकिन हवाओं की गति काफी कम है। इसी वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। बुधवार को भी प्रदूषण का स्तर इसी तरह का रहेगा।
मंगलवार को दिल्ली के आठ क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर रहा। इनमें द्वारका सेक्टर-8, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, नेहरू नगर, रोहिणी, आनंद विहार और वजीरपुर शामिल रहे। जबकि अन्य 23 एरिया में प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में रहा। पीएम 2.5 का स्तर पिछले दो दिनों के दौरान काफी तेजी से बढ़ा है।
आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर एस एन त्रिपाठी ने कहा है कि अभी कृत्रिम बारिश के जरिये प्रदूषण कम करने की संभावनाएं नहीं हैं। कम से कम अगले तीन से चार दिनों में ऐसा होना संभव नहीं लग रहा है। मौसम इसके अनुकूल नहीं है। बादलों को तैयार करने के लिए एयरक्राफ्ट उड़ाने की मंजूरी भी अभी नहीं मिली है।