दिल्ली में खतरनाक स्तर पर AQI, बढ़े सांस के मरीज; जरूरी होने पर ही निकलें घर से बाहर
Delhi Air Pollution 2020 Report पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु मानक संस्था सफर ने चेतावनी जारी की है। इसमें लोगों से अनुरोध किया गया है कि जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें खासकर बुजुर्ग और बच्चे।
नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने के साथ वायु प्रदूषण के स्थानीय कारकों ने भी दिल्ली-एनसीआर में हवा बेहद जहरीली हो गई है। आंखों में जलन के साथ सांस लेने में परेशानी की शिकायत आम हो गई है। इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली में हवा बेहद जहरीली हो गई है और हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं। डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। ऐसी स्थिति में खासकर बच्चों और बुजुर्गों को खास देखभाल की जरूरत है। 400 के पार चल रहे वायु गुणवत्ता स्तर के बीच लोगों को चाहिए कि खिड़की-दरवाजे बंद रखें। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु मानक संस्था सफर ने चेतावनी जारी की है। इसमें लोगों से अनुरोध किया गया है कि जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें, खासकर बुजुर्ग और बच्चे। जागरण संवाददाता के मुताबिक, अस्पतालों में सांस के रोगियों की संख्या बढ़ी है। अस्थमा के मरीज परेशान हैं।
एयर प्यूरिफायर लगवाने में कोई बुराई नहीं
कामकाज के सिलसिले में लोगों को रोजाना लोगों को घरों से बाहर निकलना पड़ता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जिन घरों में बुजुर्ग और बच्चे ज्यादा हैं, उन्हें एयर प्यूरीफायर लगाने को तरजीह देनी चाहिए। खासकर जिन घरों में अस्थमा के मरीज हैं, उन्हें एयरप्यूरीफायर से काफी राहत मिलेगा।
ये लोग भी घर से न निकलें
- गर्भवती महिलाएं
- बुजुर्ग
- बच्चे
- अस्थमा के मरीज
- हृदय रोगी
सुबह-शाम सैर से करें परहेज
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण इस कदर बढ़ा है कि डॉक्टरों ने लोगों से कहा है कि अगले कुछ दिनों तक सुबह और शाम की सैर बंद कर दें। ऐसे लोग घर पर ही एक्सरसाइज करें। बताया जा रहा है कि दिवाली के आसपास दिल्ली में वायु गुणवत्ता स्तर 600 के आसपास जा सकता है। ऐसी स्थिति में वायु प्रदूषण सुबह-शाम काफी नीचे आ जाता है। ऐसी स्थिति में सुबह की सैर फायदेमंद से ज्यादा नुकसानदेय साबित हो सकती है।
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