Move to Jagran APP

दिल्ली में मच्छरों की उड़ान रोकेंगे 'ड्रोन', डेंगू पर लगाम लगाने के लिए पहली बार होगा इस्तेमाल

Delhi Dengue Cases पूर्वी निगम क्षेत्र में मच्छरजनित बीमारियों पर अंकुश के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। यमुना के तटीय इलाकों में कई जगहों पर निगम के कर्मचारी पहुंच नहीं पाते हैं। ऐसी जगहों पर अब ड्रोन की मदद से एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जाएगा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 08:51 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 08:51 PM (IST)
दिल्ली में मच्छरों की उड़ान रोकेंगे 'ड्रोन', डेंगू पर लगाम लगाने के लिए पहली बार होगा इस्तेमाल
यमुना खादर में किया जाएगा दवा का छिड़काव

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। पूर्वी निगम क्षेत्र में मच्छरजनित बीमारियों पर अंकुश के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। यमुना के तटीय इलाकों में कई जगहों पर निगम के कर्मचारी पहुंच नहीं पाते हैं। ऐसी जगहों पर अब ड्रोन की मदद से एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जाएगा। इसके लिए गुड़गांव की एक कंपनी के साथ समझौता किया गया है। बुधवार को यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास खादर में महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल निगम के अन्य पदाधिकारियों के साथ इसकी शुरुआत करेंगे।

loksabha election banner

निगमायुक्त विकास आनंद ने बताया कि कई जगहों पर हमारे कर्मचारी पहुंच नहीं पाते हैं। ऐसे में वहां पर दवा का छिड़काव नहीं हो पाता है। इसी वजह से अब ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। अगर यह सफल रहा तो इसे अन्य जगहों पर भी प्रयोग में लाया जाएगा। फिलहाल यमुना खादर के तीन किलोमीटर क्षेत्र में इससे छिड़काव किया जाएगा।

निगम अधिकारियों ने बताया कि अभी जिस जगह पर तैयारी की गई है वहां पर आबादी नहीं रहती है। इस वजह से दवा के छिड़काव से किसी दुष्प्रभाव की आशंका नहीं है। ड्रोन का इस्तेमाल उन जगहों पर भी किया जा सकता है जहां निगम की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती हैं। बता दें कि पिछले चार सालों में इस बार डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक है। निगम अधिकारियों का कहना है कि मच्छर एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहुंच जाते हैं। यही वजह है कि निगम की नजर सीमावर्ती इलाकों में भी रहती है।

आयुक्त की डाक्टरों के साथ बैठक

डेंगू की जांच और इलाज को लेकर निगमायुक्त विकास आनंद ने मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए), पूर्वी दिल्ली के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जांच और इलाज के तरीकों पर विचार किया गया। तय हुआ कि जल्द ही निगम अधिकारियों और डाक्टरों के बीच एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। विकास आनंद ने कहा कि सभी डाक्टर डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट निगम को दें। इससे सही स्थिति का पता चलेगा। बैठक में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डा. हरीश गुप्ता, आइएमए, पूर्वी दिल्ली के अध्यक्ष डा. गौतम सिंह, सचिव डा. कुमार गांधी, उपाध्यक्ष डा. ग्लैडबिन त्यागी, डा. ममता ठाकुर आदि मौजूद रहे।

चार सालों में डेंगू

वर्ष     मामले

2018 159

2019  123

2020  64

2021 (अब तक) 518

तालाब में छोड़ी गई गैम्बुसिया मछली

डेंगू के बढ़ते लगातार मामलों के मद्देनजर पूर्वी निगम ने आइपी एक्सटेंशन के गाजीपुर गांव में तालाब में गैम्बुसिया मछलियों को छोड़ा है। ये मछलियां मच्छरों का लार्वा भाेजन के रूप में ग्रहण करती हैं। महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल, स्थायी समिति अध्यक्ष वीर सिंह पंवार, शाहदरा दक्षिणी जोन की अध्यक्ष हिमांशी पांडे और पार्षद अपर्णा गोयल ने इन उपयोगी मछलियों को तालाब में छोड़ा। महापौर ने बताया कि तालाब में साफ पानी है और इसमें डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं। इससे पहले वेलकम झील में भी यह प्रयोग किया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.