दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 : आरक्षित सीटों के रोटेशन में गड़बड़ी का आरोप, पुनर्विचार की मांग
Delhi MCD election 2022 दिल्ली भाजपा के पूर्व सचिव और शहरी विकास मामलों के कार्यकर्ता जगदीश ममगांई ने अनुसूचित जाति की सीटों के आरक्षण में नियमों की अनदेखी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आयोग ने अपने ही फार्मूले का पालन नहीं किया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राज्य चुनाव आयोग के 25 जनवरी को तीनों नगर निगम की सीटों के लिए आरक्षण के रोटेशन के आदेश जारी करते ही इसमें गड़बड़ी के आरोप लगने लगे हैं। दिल्ली भाजपा के पूर्व सचिव और शहरी विकास मामलों के कार्यकर्ता जगदीश ममगांई ने अनुसूचित जाति की सीटों के आरक्षण में नियमों की अनदेखी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आयोग ने अपने ही फार्मूले का पालन नहीं किया और ऐसी सीटों को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नहीं किया, जिनमें वह सीटें आयोग के नियम के तहत ही शामिल होनी थीं। इस संबंध में उन्होंने पत्र लिखकर इसे ठीक करने की अपील राज्य चुनाव आयोग से की है।
जगदीश ममगांई ने बताया कि राज्य चुनाव आयोग ने कहा था कि वर्ष 2017 में जो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं, उसकी जनसंख्या से घटते क्रम में अनुसूचित जाति की जनसंख्या वाले वार्डो को आरक्षित किया जाएगा। परंतु तीनों नगर निगम में ऐसी कई सीटें आयोग ने छोड़ दीं जो कि आरक्षित होनी थीं। दूसरी तरफ आयोग ने सामान्य श्रेणी की सीटों को आरक्षित कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने अपने ही नियम का पालन नहीं किया। इसलिए इस पर पुनर्विचार किया जाए। अगर आयोग ममगांई की आपत्तियों को सही पाता है तो फिर से रोटेशन की प्रक्रिया अपनानी पड़ेगी। जिससे सभी सीटों के आरक्षण पर फर्क पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जारी हुए रोटेशन के आदेश से कई सामान्य वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गए हैं। वहीं कई सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई हैं।
यहां पर बता दें कि आगामी 3-4 महीनों के दौरान दिल्ली नगर निगम चुनाव होना है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार तीन बार धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी इस पर बार दमदार तरीके से चुनाव लड़ने जा रही है।