ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल ने किया परेशान, दिल्ली-NCR में भटकते रहे यात्री; माल ढुलाई भी ठप
हड़ताल को देखते हुए कई स्कूल बंद रहे क्योंकि स्कूल बसें और कैब चालक भी हड़ताल में शामिल थे। वहीं कई लोगों ने तोड़फोड़ के डर से अपने वाहन नहीं निकाले।
नई दिल्ली, जेएनएन। संशोधित मोटर वाहन कानून-2019 में भारी जुर्माने के प्रावधान और आरएफआइडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइटेंडीफिकेशन डिवाइस) टैग की अनिवार्यता के खिलाफ व्यावसायिक वाहनों से जुड़े संगठनों ने गुरुवार को हड़ताल की। सड़कों पर अन्य दिनों के मुकाबले करीब 40 फीसद कम व्यावसायिक वाहन दिखे। इससे रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और एयरपोर्ट पर यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। जगह-जगह सड़कों पर लोग सवारी गाड़ी का इंतजार करते देखे गए।
हड़ताल को देखते हुए कई स्कूल बंद रहे, क्योंकि स्कूल बसें और कैब चालक भी हड़ताल में शामिल थे। वहीं, कई लोगों ने तोड़फोड़ के डर से अपने वाहन नहीं निकाले। आनंद विहार में चल रहे कुछ व्यावसायिक वाहनों में तोड़फोड़ की घटना भी सामने आई। ऐसे हालात में जो व्यावसायिक वाहन सड़कों पर थे, उनके चालकों ने मनमाना किराया वसूला। सड़कों पर वाहनों की कमी के बीच डीटीसी की बसें और मेट्रो ही यात्रियों के लिए सहारा बनीं। हालांकि, लुटियन दिल्ली में पर्याप्त संख्या में ऑटो चल रहे थे। वहीं, ट्रकें नहीं चलने के कारण माल ढुलाई 99 फीसद तक प्रभावित हुई। हड़ताल का आह्वान करने वाले यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, दिल्ली एनसीआर में सांकेतिक हड़ताल पूर्णतया सफल रही। हालांकि, दिल्ली में ही कई संगठन हड़ताल में शामिल नहीं हुए। वहीं, भारतीय मजदूर संघ की ऑटो टैक्सी यूनियन ने नए मोटर वाहन कानून के खिलाफ विरोध जारी रखने की बात कही है। साथ ही आरएफआइडी टैग को लेकर दिल्ली सरकार को भी कोसा।
फरीदाबाद और गुरुग्राम में आंशिक असर
फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, नूंह, सोनीपत, रेवाड़ी और नारनौल में बंद का आंशिक असर देखा गया। गुरुग्राम और फरीदाबाद में सामान्य दिनों की तरह ही ऑटो व अन्य वाहन चलते रहे। रेवाड़ी, नारनौल, पलवल, सोनीपत और नूंह में बंद का कोई असर नहीं दिखा।
गाजियाबाद-नोएडा में मिलाजुला असर
गाजियाबाद और नोएडा में हड़ताल का मिलाजुला असर दिखा। हालांकि, पीक आवर में लोगों को परेशानी जरूर हुई। कुछ स्कूलों में एहतियात के तौर पर एक दिन का अवकाश था। नोएडा में मॉडल टाउन, सिटी सेंटर, सेक्टर 71 और सेक्टर 52 में कुछ लोगों ने ऑटो और कैब को रोकने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण सेवा ज्यादा देर तक बाधित नहीं हो सकी।
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