कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग को लेकर अफवाह फैलाया जा रहा, MSP नहींं होगी खत्म : राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं खुद किसान परिवार से हूं खेतीबाड़ी से जुड़ी सभी चीजों को बड़ी बारीकी से समझता हूं मैंने तीनों कृषि कानून को अच्छी तरह पढ़ा और समझा है इसमें को ऐसी बात नही है जिससे किसानों का अहित हो।
नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं यह दावे के साथ कह रहा हूं कि आजाद भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों व गरीबों के उत्थान के लिए जितने प्रभावी कदम उठाए हैं, उतने किसी प्रधानमंत्री ने नहीं उठाए हैं। प्रधानमंत्री बार बार कह चुके हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था किसी भी सूरत में समाप्त नहीं होगी। तीनों कृषि कानून में ऐसी कोई बात नहीं है जो किसान के हित के विरोध में हो। बावजूद इसके कुछ लोग किसानों के मन में गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री से मेरी हाल ही में बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी सूरत में किसानों के साथ संवाद बंद नहीं होना चाहिए। एक बार फिर केंद्र सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। वे नियमों से जुड़े तमाम बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें, विशेषज्ञ को साथ लेकर आएं। खुलकर चर्चा करें। जो भी संशोधन जरूरी होगा, वह किया जाएगा।
राजनाथ सिंह ककरौला में किसान सम्मान निधि के तहत 18 हजार करोड़ रूपये की नई किश्त के हस्तांतरण से जुड़े कार्यक्रम में किसानों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा भी मौजूद रहे।
आंदोलनरत किसानों के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा, जो भी धरने पर बैठे हैं, उनकी पीड़ा है। वे किसान हैं, उनके प्रति हमारे मन में बेहद सम्मान है। भारत को हम धनवान, बलवान राष्ट्र बनाना चाहते हैं तो यह कार्य बिना किसानों के सहयोग के संभव नहीं है। जब- जब देश में आर्थिक मंदी आई है तो उसे संभालने का काम किसानों ने किया है। केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक दशा को सुधारने के लिए तीनों नए कृषि कानून बनाए हैं। नए कृषि कानून में इस बात का प्रावधान है कि किसान अपनी उपज को देश के किसी भी राज्य में बेच सकते हैं। इन कानूनों में देश के छोटे से छोटे किसानों के हित की सुरक्षा का ख्याल रखा गया है।
कांट्रैक्ट फार्मिंग को लेकर भ्रम फैलाने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि वे पहले ध्यान से प्रावधानों को देखें। समझौते से पहले जो भी राशि निश्चित होगी, यदि सामने वाला उसका भुगतान नहीं करेगा तो उसके लिए दंड का स्पष्ट तौर पर प्रावधान किया गया है। किसानों के हित में तमाम प्रावधान नए कृषि कानूनों में किए गए हैं। हमारी सरकार किसानों की आमदनी को केवल दो गुना नहीं तीन गुना, चार गुना पांच गुना कैसे बढ़े, इस दिशा में लगातार सोच रही है। राजनाथ सिंह ने विपक्षी पार्टियों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल हैं जो किसानों के बीच गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। मैं किसान का बेटा हूं, खेतीबाड़ी से भी जुड़ा रहा हूं। मैं अच्छी तरह समझता हूं कि किसानों के लिए क्या सही है और क्या गलत है। मैंने तीनों कानूनों को ध्यान से पढ़ा है, उसमें एक भी ऐसा प्रावधान नहीं है, जो किसान विरोधी है।
इस कानून को एक दो वर्ष देखिए, यदि लगे कि ये कानून लाभकारी नहीं हैं, तो जो भी संशोधन जरूरी होगा वह किया जाएगा। कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आज अटल जी का जन्मदिन है। उन्होंने देश को सशक्त बनाने का कार्य किया था। दुनिया के विरोध के बावजूद परमाणु शक्ति के रूप में भारत को प्रतिष्ठित किया। दो दिन पहले चौ. चरण सिंह का जन्म दिन था। वे किसानों के सर्वमान्य नेता थे। बार बार यदि उन्हें किसी ने धोखा दिया तो वह कांग्रेस व कम्यूनिस्ट पार्टी है।
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