Vaccine Trial On Children: आज से AIIMS में बच्चों पर होगा टीके का परीक्षण, बिहार में हो चुका है ट्रायल
Vaccine Trial On Children अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सोमवार ये 2 से 18 वर्ष के बच्चों पर कोरोना टीके का परीक्षण शुरू होगा। पहले चरण में 18 बच्चों को इस परीक्षण में शामिल शामिल किया जाएगा। आठ हफ्ते में इस परीक्षण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences) में सोमवार ये 2 से 18 वर्ष के बच्चों पर कोरोना टीके का परीक्षण शुरू होगा। पहले चरण में 18 बच्चों को इस परीक्षण में शामिल शामिल किया जाएगा। आठ हफ्ते में इस परीक्षण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परीक्षण में भारत बायोटेक और आइसीएमआर की कोवैक्सीन का का बच्चों के रोग-प्रतिरोधी तंत्र पर असर का अध्ययन किया जाएगा। इससे पहले एम्स पटना व अन्य जगहों पर परीक्षण किया जा चुका है। इस ट्रायल के पहले चरण में कुल 16 बच्चे शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले भारत बायो टेक ने 12 से 18 के बच्चों को लेकर पटना एम्स में वैक्सीन ट्रायल किया गया था।
ट्रायल शुरू करने से पहले बच्चों की अच्छी तरह स्क्रीनिंग की जाएगी जिसमें देखा जाएगा कि वो पूरी तरह से स्वस्थ है या नहीं। स्वस्थ पाए जाने के बाद ही बच्चों को टीका लगाया जाएगा। ट्रायल के दौरान बच्चो को कोवैक्सिन के टीके लगाए जाएंगे। इससे पहले पटाना के एम्स में यह वैक्सीन ट्रायल चल रहा है जहां 3 जून को बच्चों को टीके की डोज लगाई गई।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एम्स में कोवैक्सीन के लिए वयस्कों पर भी परीक्षण हुआ था। परीक्षण के दौरान वयस्कों पर टीके को कारगर पाया गया था। दरअसल, विशेषज्ञों ने अगस्त-सितंबर में आने वाली कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए अधिक खतरनाक बताया है। ऐसे में बच्चों का टीका उन्हें संक्रमण से बचाने में काफी मददगार हो सकता है, इसलिए एम्स में यह ट्रायल शुरू हो रहा है।
गौरतलब है कि विशेषज्ञ पहले ही तीसरी लहर आने पर सबसे ज्यादा बच्चों के प्रभावित होने की आशंका जाहिर कर चुके हैं। ऐसे में इसके लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। टीकाकरण की कोरोना से बचने का एक ठोस उपाय है इसलिए भारत अब बच्चों को टीका लगाने की तैयारी में है।