AAP से गठबंधन के खिलाफ रहे कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने अब कही बड़ी बात
करीब एक हफ्ते बाद सिंगापुर से लौटे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) अध्यक्ष अजय माकन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
नई दिल्ली (संजीव गुप्ता)। करीब एक हफ्ते बाद सिंगापुर से लौटे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) अध्यक्ष अजय माकन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। विदेश जाने से पहले उन्होंने पार्टी आलाकमान राहुल गांधी और प्रदेश प्रभारी पीसी चाको से मुलाकात जरूर की थी। दोनों को अपनी बीमारी और स्वास्थ्य जांच के लिए विदेश जाने के बारे में बताया था। साथ ही यह भी कहा था कि बीमारी के कारण वह पार्टी में अपना 100 फीसद योगदान नहीं दे पा रहे हैं।
रविवार को अजय माकन ने कहा कि वह काफी दिनों से हड्डियों की बीमारी से ग्रसित हैं। उन्हें ज्यादा देर तक बैठने, खड़े होने, चलने और यहां तक कि सफर करने के दौरान भी असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इसका उपचार कराना जरूरी है।
अजय माकन इररिवर्सिबल एंड प्रोगेसिव ऑर्थोपैडिक ऐलमेंट नामक बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह न तो लंदन गए थे और न ही बेटी के पास। अपनी इस बीमारी के उपचार को लेकर सिंगापुर राय लेने गए थे, लेकिन स्थिति वहां पर भी स्पष्ट नहीं हो पाई। सिंगापुर के डॉक्टरों में भी दो तरह की राय सामने आई है। ऐसे में उलझन यह बन रही है कि उपचार किस बीमारी के हिसाब से शुरू किया जाए? हालांकि अजय माकन ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी बीमारी का उपचार सर्जरी नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि अब विदेश से वापस लौट आने पर उनका क्या प्लान है? उन्होंने कहा कि वह अपनी जिम्मेवारी पहले की तरह निभा रहे हैं। रविवार शाम को उन्होंने न्याययुद्ध के तहत रंगपुरी में महापंचायत को भी संबोधित किया। सोमवार को प्रदेश कार्यालय जाएंगे। साथ ही एक-दो दिन में वह पार्टी आलाकमान से मिलकर विदेश में कराई अपनी स्वास्थ्य जांच से अवगत कराएंगे। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ही यह तय करना है कि वह क्या निर्णय लें।
यहां पर बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके अजय माकन शुरू से ही आम अादमी पार्टी (AAP) से गठबंधन के खिलाफ हैं। काफी दिनों से यह कयास लगाया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो सकता है, लेकिन अजय माकन इस संभावित गठबंधन के घोर विरोधी हैं। अजय माकन ने तो यहां तक कह दिया था कि जबतक वो अध्यक्ष हैं, तब तक गठबंधन नहीं होगा।