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Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में फिर गंभीर श्रेणी में जा सकता है वायु प्रदूषण

Delhi Air Pollution केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था सफर इंडिया के अनुसार फिलहाल हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी चल रही है। हवा की गति शांत है। ऐसे में अगले एक-दो दिन वायु प्रदूषण में और वृद्धि ही होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 08:22 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 09:00 AM (IST)
पराली का धुआं भी दोबारा से दिल्ली के प्रदूषण में हिस्सेदारी बढ़ा रहा है।

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। मौसमी उतार-चढ़ाव के बीच दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी घट-बढ़ रहा है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर स्थिति कोई खास संतोषजनक नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण लगातार खराब श्रेणी में बना हुआ है। शुक्रवार सुबह दिल्ली के सीरी फोर्ट पर वायु गुणवत्ता स्तर 287 रहा तो श्री अरबिंदो मार्ग पर 291 रहा। वहीं, चांदनी चौक में AQI 314, द्वारका में 336, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम 281 और मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के पास 279 रहा। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था सफर इंडिया के अनुसार, फिलहाल हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी चल रही है। हवा की गति शांत है। ऐसे में अगले एक-दो दिन वायु प्रदूषण में और वृद्धि ही होगी।

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इससे पहले कई दिनों की राहत के बाद बृहस्पतिवार को प्रदूषण एक बार फिर तेजी से बढ़ा। गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई तो दिल्ली सहित अन्य शहरों की हवा खराब श्रेणी में रही। शुक्रवार को इन शहरों की हवा भी बहुत खराब श्रेणी में चले जाने के आसार हैं। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। पराली का धुआं भी दोबारा से दिल्ली के प्रदूषण में हिस्सेदारी बढ़ा रहा है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली का एक्यूआइ बृहस्पतिवार को 283 रहा। बुधवार के 211 के मुकाबले बृहस्पतिवार को इसमें 72 अंकों का इजाफा हुआ। शाम को पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्र 198 और पीएम 2.5 कणों की मात्र 112 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मानकों के अनुसार, हवा में पीएम 10 की मात्र 100 और पीएम 2.5 की मात्र 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होनी चाहिए।

सफर के अनुसार, नवंबर के तीसरे सप्ताह में भी पराली जलाने के काफी मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने के 967 मामले सामने आए हैं। दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी भी 20 फीसद दर्ज की गई।

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