Delhi Air Pollution: एनसीआर में घटा प्रदूषण का स्तर, फिर भी AQI खराब श्रेणी में बरकरार
Delhi Air Pollution सफर इंडिया के अनुसार हरियाणा व पंजाब में रविवार को पराली जलाने की 282 घटनाएं हुई। हालांकि आकाश में बादल होने के कारण सेटेलाइट से सही तस्वीर मिलना मुश्किल था। फिर भी दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की भूमिका करीब एक फीसद ही रही।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। Delhi Air Pollution: तेज हवा के चलते दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट तो है, लेकिन यह अब भी खराब की श्रेणी में ही है। मंगलवार सुबह भी लोगों ने सांस लेने में परेशानी की शिकायत की, लेकिन पूर्व की तुलना में राहत है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board ) के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता स्तर 173, आरकेपुरम में 205, नजफगढ़ में 213 और लोधी रोड पर 90 रहा। इसमें अन्य दिनों की तुलना में सुधार तो है, लेकिन यह भी स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
वहीं, मंगलवार को ठंड में भी इजाफा देखने को मिला। इससे पहले सोमवार सुबह में दिल्ली, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा व नोएडा में एक्यूआइ बहुत खराब श्रेणी में था। आइटीओ के आसपास का इलाका सुबह में सबसे अधिक प्रदूषित रहा। सुबह 10 बजे आइटीओ के पास एयर इंडेक्स 472 था। दोपहर में हवा की गुणवत्ता में ज्यादा सुधार हुआ। इस वजह से दिल्ली का औसत एक्यूआइ खराब श्रेणी में 221 दर्ज किया गया। एक दिन पहले दिल्ली में यह 435 था।
तेज हवा से प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट
वहीं, दीवाली के एक दिन बाद रविवार को हुई बारिश और सोमवार को तेज हवा चलने से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट हुई। इस वजह से हवा की गुणवत्ता गंभीर से खराब श्रेणी में भी निचले स्तर पर दर्ज की गई। हालांकि, शाम को दिल्ली की आबोहवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ। इसलिए शाम सात बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 199 दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, रविवार शाम को दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश व सोमवार को 12 से 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पूर्वी हवा चलने से प्रदूषण के स्तर में गिरावट हुई। 17 नवंबर को भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
पराली जलाने की घटनाओं में कमी
सफर इंडिया के अनुसार, हरियाणा व पंजाब में रविवार को पराली जलाने की 282 घटनाएं हुई। हालांकि, आकाश में बादल होने के कारण सेटेलाइट से सही तस्वीर मिलना मुश्किल था। फिर भी दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की भूमिका करीब एक फीसद ही रही। सफर इंडिया के अनुसार, 18 व 19 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है।
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