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दिल्ली-NCR में अब कनवेक्टिव फॉग, खतरनाक स्तर पर पहुंच गया वायु प्रदूषण

रिपोर्ट के मुताबिक इस बार एयर इंडेक्स करीब 50 प्वाइंट अधिक है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 03 Jan 2018 09:50 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jan 2018 11:14 AM (IST)
दिल्ली-NCR में अब कनवेक्टिव फॉग, खतरनाक स्तर पर पहुंच गया वायु प्रदूषण
दिल्ली-NCR में अब कनवेक्टिव फॉग, खतरनाक स्तर पर पहुंच गया वायु प्रदूषण

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार से स्थिति में सुधार होगा, लेकिन इसके बावजूद हवा बाहर रहने लायक नहीं होगी। मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर में 14 जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से अधिक रहा।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 408 तक पहुंच गया, जबकि गाजियाबाद में 456, नोएडा में 411, फरीदाबाद में 399 दर्ज हुआ।

अशोक विहार में पीएम 10 से अधिक पीएम 2.5

अशोक विहार फेस 3 में पीएम 10 के स्तर से कहीं अधिक पीएम 2.5 की मात्र रही। यहां पीएम 10 का स्तर महज 385 रहा जबकि पीएम 2.5 का स्तर 602 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया। यह सामान्य से दस गुना तक अधिक है। यह स्तर शाम 7 बजे रहा।

स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत के अनुसार मंगलवार को हवा की स्पीड ने कुछ रफ्तार पकड़ी है। हवा की रफ्तार की वजह से अगले 24 घंटे में स्थिति में कुछ सुधार आ सकता है। हालांकि प्रदूषण से राहत के लिए लोगों को अभी 4 से 5 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।

क्या है कनवेक्टिव फॉग

कनवेक्टिव फॉग तब बनता है जब नमी भरी हवाएं ठंडी सतह से गुजरती है। इसकी वजह से कोहरा जमीनी स्तर पर ही बना रहता है। यदि कोहरा लंबे समय तक छाया रहे तो दूसरे प्रदूषक तत्व भी बढ़ने लगते हैं। आम तौर पर इस तरह का कोहरा गंगा या उसके पास के क्षेत्रों में देखने को मिलता है।

कनवेक्टिव फॉग नुकसानदेह होता है। इसकी वजह से एयर इंडेक्स में उतार चढ़ाव होता है। लंबे समय तक इसके बने रहने से दूसरे प्रदूषक तत्वों की मात्र तेजी बढ़ने लगती है। इसकी वजह से फाइन सॉलिड पार्टिकल, लिक्विड डॉप्लेट्स और दूसरी गैसों की मात्र में भी इजाफा होता है।

तीन साल में इस बार सर्वाधिक प्रदूषित आबोहवा में हुआ नए साल का आगाज

साल 2018 की शुरुआत में वायु प्रदूषण लोगों को परेशान करने वाला है। सफर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, तीन वर्षो में इस बार 1 और 2 जनवरी को आबोहवा सर्वाधिक प्रदूषित थी। दिल्ली में इस बार कोहरा सामान्य नहीं बल्कि कनवेक्टिव (संवहनी) है, जो लोगों का दम घोंट रहा है।

मंगलवार को जारी सफर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक काफी समय से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में ही रिकार्ड किया जा रहा था, लेकिन साल की शुरुआत में यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। तीन जनवरी से यह बेहद खराब हालात पैदा कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बार एयर इंडेक्स करीब 50 प्वाइंट अधिक है।

कनवेक्टिव फॉग ने बिगाड़ी दिल्ली की आबोहवा

आमतौर पर दिल्ली में रेडिएटिव फॉग छाया रहता है, जबकि इस बार कनवेक्टिव फॉग छा रहा है। ऐसा सफर इंडिया की रिपोर्ट का कहना है। इस कारण दिल्ली में कोहरे वाले दिन बढ़े हैं।


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