आग लगने के तीसरे दिन बाद भी एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती नहीं किए जा रहे नए मरीज
एम्स ट्रामा सेंटर में आग लगने से पांच ऑपरेशन थियेटर बुरी तरह जल गए थे। ट्रामा सेंटर में चिकित्सा सुविधाएं सामान्य होने में करीब एक महीने का समय लग सकता है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। एम्स ट्रॉमा सेंटर में आगजनी की घटना के बाद दूसरे दिन भी इमरजेंसी में नए मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर के मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। रविवार शाम एम्स के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने के बाद एम्स की स्थित में थोड़ा बहुत सुधार हुआ है।
आग लगने के तीन दिन बाद पहली मंजिल पर स्थित ऑपरेशन थियेटर (ओटी) को शुरू कर दिया गया है। जिसमें जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने तीन पुराने मरीजों की सर्जरी की हैं। हादसे के बाद बंद पड़ी इमरजेंसी के सवाल पर एम्स प्रशासन का कहना है कि ट्रॉमा सेंटर में एक सप्ताह के अंदर इमरजेंसी सेवा शुरु कर दी जाएगी।
इस दावे के बावजूद सच यह भी है कि ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सा सुविधाएं पहले की तरह सामान्य होने में करीब एक माह का समय लग सकता है। गौरतलब है कि रविवार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में हुई आगजनी की घटना से मुख्य ओटी ब्लॉक में काफी नुकसान हुआ है। जिसमें भूतल के पांचों ऑपरेशन थियेटर प्रभावित हुए हैं। दो को ठीक करने में लंबा वक्त लगेगा। अन्य तीन ऑपरेशन थियेटर में नुकसान थोड़ा कम हुआ है।
एम्स प्रशासन का कहना है कि ये तीनों ऑपरेशन थियेटर एक सप्ताह में शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा मुख्य एम्स के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के एक ऑपरेशन थियेटर का इस्तेमाल ट्रॉमा के मरीजों के लिए किया जाएगा। बता दें कि मुख्य ओटी ब्लॉक बंद होने से पुराने मरीजों की सर्जरी की वेटिंग बढ़ गई है। इसलिए पहले अभी पुराने मरीजों की सर्जरी होगी। एम्स की प्रवक्ता डॉ. आरती विज ने बताया कि एक सप्ताह में इमरजेंसी सुविधा भी शुरू हो जाएगी। तब नए मरीज भर्ती किए जा सकेंगे।