राहुल गांधी के बाद अजय माकन और अनिल चौधरी के टविटर एकाउंट भी लाक
अजय माकन ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा तो ट्विटर ने मेरा भी एकाउंट लाक कर दिया। क्योंकि मैंने महिला एवं दलित उत्पीड़न के खिलाफ राहुल जी का समर्थन किया था। जल्द ही असली के अच्छे दिन आएंगे और आप (टविटर) डरेंगे नहीं! यह मेरी भविष्यवाणी है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब वरिष्ठ पार्टी नेता अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी का टविटर एकाउंट भी लाक हो गया है। दोनों ने ही इसे लेकर अपनी सख्त आपत्ति दर्ज कराई है। अजय माकन ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा तो ट्विटर ने मेरा भी एकाउंट लाक कर दिया। क्योंकि मैंने महिला एवं दलित उत्पीड़न के खिलाफ राहुल जी का समर्थन किया था। जल्द ही असली के अच्छे दिन आएंगे और आप (टविटर) डरेंगे नहीं! यह मेरी भविष्यवाणी है।
वहीं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि जब उन्होने त्रिलोकपुरी में छह वर्ष की छोटी दलित बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में बुधवार देर शाम पुलिस थाने का घेराव किया तो विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए उनका टविटर एकाउंट ब्लाक कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि दलित उत्पीड़न के मामले दिल्ली में लगातार बढ़ रहे हैं। दस दिन पहले ही दिल्ली छावनी के ओल्ड नांगल गांव में नौ वर्षीय दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले ने दिल्ली शर्मसार कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चियों के साथ आपराधिक मामले लगातार बढ़ने के बावजूद केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार ने कोई कठोर कदम नही उठाया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद ट्विटर ने पार्टी के आधिकारिक अकाउंट को भी ब्लाक कर दिया है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं का ट्विटर हैंडल ब्लाक करने का भी आरोप लगाया है। कुछ दिन पहले ही कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या की शिकार अनुसूचित जाति की नौ वर्षीय लड़की के परिवार की तस्वीर ट्वीट करने पर ट्विटर ने राहुल गांधी का अकाउंट ब्लाक कर दिया था।
कांग्रेस के इंटरनेट मीडिया विभाग प्रमुख रोहन गुप्ता ने कहा, पार्टी के आधिकारिक अकाउंट और 5,000 नेताओं व कार्यकर्ताओं के अकाउंट को ट्विटर ने ब्लाक कर दिया है। आरोप लगाया कि ट्विटर सरकार के दबाव में आकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ काम कर रही है। उसने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति के अध्यक्ष द्वारा साझा की गई वैसी ही तस्वीर को कुछ दिनों तक नहीं हटाया था।