दिल्ली सरकार ने निजी हाथों में सौंप दिया है टीकाकरण का कामः आदेश गुप्ता
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने टीकाकरण का काम भी निजी हाथों में सौंप दिया है। सरकारी केंद्रों पर टीके नहीं लग रहे हैं। दूसरी ओर नजी अस्पतालों में ज्यादा पैसे लेकर टीके लगाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भाजपा ने दिल्ली सरकार पर दिल्लीवासियों को निजी अस्पतालों के भरोसे छोड़ देने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा आ रहे थे उस समय सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे थे। मजबूरन लोग निजी अस्पतालों में जा रहे थे, जहां इलाज के नाम पर मनमाना पैसे लिए गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने टीकाकरण का काम भी निजी हाथों में सौंप दिया है। सरकारी केंद्रों पर टीके नहीं लग रहे हैं।
दूसरी ओर नजी अस्पतालों में ज्यादा पैसे लेकर टीके लगाए जा रहे हैं। उन्होंने टीके के लिए शुल्क निर्धारित करने की मांग की। कहा कि कोरोना से लड़ने में नाकाम मुख्यमंत्री को अब अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से राजधानी के सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष कम उम्र के लोगों को टीका लगाने का काम बंद है। निजी क्षेत्रों में 12 सौ रुपये से 18 सौ रुपये लेकर टीके लगाए जा रहे हैं। मरीजों को दवा उपलब्ध कराने में भी नाकाम रही है दिल्ली सरकार। आप नेता आक्सीजन व दवा की कालाबाजारी में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित कई राज्य टीकाकरण का काम राज्यों को सौंपने की मांग कर रहे थे।
केंद्र सरकार ने 45 वर्ष से कम आयु वालों को टीका लगाने का काम राज्यों को दिया तो केजरीवाल सरकार जिम्मेदारी संभालने में विफल रही है। यहां टीकाकरण का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। केजरीवाल सरकार एक बार फिर से केंद्र सरकार को जिम्मेदारी लेने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने का कि दिल्ली सरकार न खुद टीके की व्यवस्था कर सकी और न केंद्र सरकार से मिले टीके को लोगों तक पहुंचा सकी है। उन्होंने कहा कि नगर निगमों के अस्तालों व डिस्पेंसरी में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए टीकाकरण का काम बेहतर तरीके से चल रहा था। इससे परेशान होकर दिल्ली सरकार ने निगमों के सभी टीकाकरण केंद्र बंद कर दिए।