Move to Jagran APP

इन 5 वजहों से बेटी आरुषि की हत्या के शक के घेरे में आए थे राजेश तलवार

पुलिस छत पर जाकर दरवाजा खोलना चाह रही थी, लेकिन राजेश तलवार ने दरवाजे की चाभी मुहैया नहीं कराई।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 13 Oct 2017 08:45 AM (IST)Updated: Sat, 14 Oct 2017 06:03 PM (IST)
इन 5 वजहों से बेटी आरुषि की हत्या के शक के घेरे में आए थे राजेश तलवार
इन 5 वजहों से बेटी आरुषि की हत्या के शक के घेरे में आए थे राजेश तलवार

नोएडा (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन एडीजी (कानून व्यवस्था) ब्रजलाल का मानना है कि आरुषि-हेमराज मर्डर में गौतम बुद्ध नगर पुलिस की जांच सही थी। आरुषि की हत्या के बाद नोएडा पुलिस मौके पर पहुंची थी। डॉ. राजेश तलवार ने पुलिस को तुंरत बता दिया कि नौकर हेमराज आरुषि को मार डाला। वह नेपाल भाग गया। यही शिकायत में लिखकर भी दिया। इसके आधार पर नोएडा पुलिस ने मामला दर्ज किया।

loksabha election banner

पूर्व पुलिस अधिकारी ब्रजलाल ने उठाए सवाल

1. पुलिस छत पर जाकर दरवाजा खोलना चाह रही थी, लेकिन राजेश तलवार ने दरवाजे की चाभी मुहैया नहीं कराई।

2. वह आरुषि के पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार निकल गए।

3. वह मोदीनगर ही पहुंचे थे, लेकिन हेमराज का शव मिलने पर गौतमबुद्धनगर पुलिस ने जब फोन किया तो उन्होंने मेरठ में होने की बात कही।

4. वह मोबाइल पर हत्या के मामले में जमानत कैसे होती है, इसकी जानकारी ले रहे थे। इन सब कारणों से डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नूपुर तलवार शक के घेरे में आए थे।

5. एक आधार यह भी था कि अगर बाहरी हत्यारा होता तो वह हेमराज की हत्या के बाद छत के गेट पर ताला लगाने की जहमत नहीं उठाता। उसका मकसद होता भागना। इससे साफ जाहिर हो रहा था कि शव को ठिकाने लगाने की प्लानिंग थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.