AAP के प्रवक्ता राघव ने क्यों कहा 'मनोज तिवारी का गणित कमजोर है', जानें पूरा मामला
राघव चड्ढा ने पीसी में कहा मनोज तिवारी का गणित कमजोर है। एक साल में मतदाता सूची में लगभग 1 लाख, 22 हजार लोगों के नाम कम हुए हैं। कहा कि भाजपा ने जिन मतदाताओं के नाम कटवा दिए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता व आप से दक्षिणी दिल्ली लोकसभा प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी किए जाने की आशंका सही साबित हुई है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी मतदाता सूची से साफ हो गया है कि घालमेल किया गया है। यह सूची इस बात की पुष्टि करती है कि 'आप जो पिछले कुछ महीनों से कहती आ रही है कि भाजपा ने एक षड्यंत्र के तहत दिल्ली से लगभग 30 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से कटवा दिए हैं।
जनवरी 2018 से जनवरी 2019 के बीच मतदाता सूची में लगभग 1 लाख, 22 हजार लोगों के नाम कम हुए हैं। चड्ढा ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा ने जिन मतदाताओं के नाम कटवा दिए थे, उनकी सूची हमने मीडिया के सामने रखी थी। पिछले कई दशकों का डाटा उठाकर देख लीजिए। दिल्ली में मतदाताओं की संख्या साल दर साल बढ़ती है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि दिल्ली में मतदाताओं की संख्या घटी है।
एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली में सालाना 6 लाख आबादी बढ़ती है। दूसरे राज्यों से आकर यहां लोग बस जाते हैं या हर साल लोग बालिग होते हैं, उन सभी की संख्या मिलाकर लगभग 10 लाख संख्या होती है। अगर मान लिया जाए की हर साल लगभग 2 लाख लोग मृत्यु के कारण मतदाता सूची से हट जाते हैं, और लगभग 2 लाख के आसपास दिल्ली से पलायन कर जाते हैं। तब भी लगभग 6 लाख लोग मतदाता सूची में बढ़ने चाहिए।
हमारा स्पष्ट आरोप है कि भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर षड्यंत्र के तहत दिल्ली की मतदाता सूची से 30 लाख लोगों के नाम कटवाए हैं। जिसमें पूर्वाचल समाज, मुस्लिम समाज और वैश्य समाज के लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केवल दो परिस्थितियों में आपका नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किया जाता है।
पहला ये कि अगर आप किसी दूसरे राज्य में पलायन कर जाते हैं और दूसरा आप की उम्र 18 साल नहीं है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया था कि मतदाता सूची को लेकर आप की आंकड़ेबाजी गलत निकली है। इस पर चड्ढा ने कहा कि लगता है कि मनोज तिवारी की गणित कमजोर है। मैं एकाउंटेंट हूं, मेरी गणित बेहतर है। तिवारी जी चाहें तो उन्हें गणित की कक्षाएं दे सकता हूं।