दिल्ली नगर नगर चुनाव 2022 में आरक्षित सीटों से आम आदमी पार्टी की बल्ले बल्ले
Delhi MCD Seat Roation आम आदमी पार्टी (AAP) आरक्षण को लेकर राजनीतिक गुणा-भाग में लगी रही। आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम अभी सीटों को लेकर आंकलन कर रहे हैं।मगर यह तय है कि आरक्षण से पार्टी को काफी लाभ होगा।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला] काफी दिनों की मशक्कत के बाद राज्य चुनाव आयोग ने तीनों नगर निगम (पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी) की 272 सीटों के नए सिरे से आरक्षण की घोषणा कर दी है। इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) आरक्षण को लेकर राजनीतिक गुणा-भाग में लगी रही। पार्टी द्वारा जातिगत आधार पर भी सीटों को लेकर आंकलन किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम अभी सीटों को लेकर आंकलन कर रहे हैं।मगर यह तय है कि आरक्षण से पार्टी को काफी लाभ होगा।
यहां बता दें तीनों नगर निगमों में सत्ता में आने का लक्ष्य लेकर चल रही आम आदमी पार्टी सीटों के आरक्षण के बाद बहुत ही गंभीरता से हर सीट का अध्ययन करा रही है।दिल्ली के 272 निगम वार्ड में से आप ने कुल 48 सीटें जीती थीं। उसमें नगर निगम दक्षिणी में 104 में से आप के 16, नगर निगम उत्तरी के 104 वार्ड में से 21 में आम आदमी पार्टी जीती और पूर्वी दिल्ली निगम में 64 सीटों में से 11 सीटें आप ने जीती थीं।
AAP के लिए यह पहला मौका है जब 2022 के निगम चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के 12 से अधिक निगम पार्षद AAP में शाामिल हो चुके हैं। इसमें कुछ तो निगमों के मजबूत नेता हैं। जो निगम पार्षद या अन्य नेता AAP में शामिल हुए हैं उनमें से अधिकतर टिकट की चाहत में ही गए हैं। जाहिर सी बात है AAP ऐसे नेताओं का सम्मान करेगी और उन्हें टिकट देगी।
कुल मिलाकर राजनीतिक समीकरण यह हैं कि AAP के वर्तमान में लगभग सभी निगम पार्षद की वार्ड स्थिति बदल गई है। जो वार्ड सामान्य था, जिस पर पुरुष निगम पार्षद थे, वह सीट महिला हो गई है या एससी वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है। यहां तक कि AAP की ओर से वर्तमान में तीनों नेता प्रतिपक्ष की भी सीट महिला या एससी वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है। जिस सीट से नगर निगम उत्तरी के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल निगम पार्षद बने थे, वह सीट एससी वर्ग को चली गई है।
नगर निगम पूर्वी में नेता प्रतिपक्ष मनोज त्यागी की सीट महिला वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है। वहीं नगर निगम दक्षिणी में नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान की सीट भी महिला वर्ग के लिए चली गई है। हालांकि इन तीनों मामलों में यह विकल्प खुला हुआ है कि पार्टी चाहेगी तो इन्हें नजदीकी किसी दूसरी सीटों से भी चुनाव लड़ा सकती है। इसी तरह कांग्रेस छोड़कर आए नगर निगम के बड़े नेता मुकेश गोयल की भी सीट महिला वर्ग में चली गई है, मगर गोयल आदर्श नगर विधानसभ सीट से 1997 से अलग अलग निगम वार्ड से चुनाव लड़ते रहे हैं और जीतते रहे हैं।
उन्होंने सबसे पहले आदर्श नगर निगम वार्ड से चुनाव लड़ा था। वह अब उस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह पुरानी दिल्ली से पार्षद राकेश कुमार की सीट भी महिला वर्ग के लिए चली गई है। राकेश कुमार ने कहा कि पार्टी की ओर से जो भी प्रत्याशी आएगा उसे बेहतर तरीके से चुनाव लड़ाएंगे।
Edited By Jp Yadav