आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कहा- दिल्ली सरकार पर नहीं है बकाया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा एमसीडी पार्किग को बेचकर पैसे कमा रही है। केवल पार्किग में भाजपा ने 300-400 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। भाजपा ने जनता को 100 मल्टीलेवल पार्किग बनाने का वादा करके अब तक केवल 14 पार्किग बनवाई है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि दिल्ली सरकार पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का कोई बकाया नहीं है। सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक तीन किस्तों में एमसीडी को 2,588 करोड़ रुपये दिए हैं। साथ ही जनवरी में इस वित्त वर्ष की चौथी और आखिरी किस्त भी जारी कर देगी। केजरीवाल सरकार ने हर साल एमसीडी को उसके हिस्से का पैसा देने के साथ-साथ 6,889 करोड़ रुपये का लोन भी दिया है और अब तक लोन की राशि नहीं काटी है, फिर भी एमसीडी में भाजपा के नेता फंड का रोना रोते रहते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि भाजपा ने एमसीडी में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
2,500 करोड़ रुपये का रेंट घोटाला
साउथ एमसीडी पर रेंट के रूप में नार्थ एमसीडी का 2,500 करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन नार्थ एमसीडी को अब तक यह रकम नहीं मिली है।
800 करोड़ का हाउस टैक्स घोटाला
एमसीडी को हाउस टैक्स के रूप में तीन हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होना चाहिए, लेकिन भ्रष्टाचार और घोटाले के कारण एमसीडी हाउस टैक्स के रूप में केवल 1,200 करोड़ रुपये ही ले पा रही है।
1,000 करोड़ रुपये का वेस्ट मैनेजमेंट मशीन घोटाला
सिसोदिया ने बताया कि एक वेस्ट मैनेजमेंट मशीन की कीमत 17.5 लाख रुपये है, लेकिन भाजपा शासित एमसीडी मशीन खरीदने के बजाय हर मशीन पर 6.30 लाख रुपये किराया देती है। साथ ही निगम ने एक नया प्रस्ताव लाने वाली है जिसके तहत अब मशीनों पर प्रति मीटिक टन कूड़े की प्रोसेसिंग पर 306 रुपये का किराया देना होगा। यह मशीन एक महीने में कम से कम 6,000 मीटिक टन कूड़ा प्रोसेस करती है। इस हिसाब से एमसीडी अब एक 17.5 लाख रुपये की मशीन के बदले हर महीने 18.36 लाख रुपये किराया दे रही है।
400 करोड़ रुपये का पार्किग घोटाला
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा एमसीडी पार्किग को बेचकर पैसे कमा रही है। केवल पार्किग में भाजपा ने 300-400 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। भाजपा ने जनता को 100 मल्टीलेवल पार्किग बनाने का वादा करके अब तक केवल 14 पार्किग बनवाई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में लगभग एक करोड़ गाड़ियां हैं, लेकिन केवल एक लाख गाड़ियों के लिए ही लीगल पार्किग उपलब्ध है। शेष जगह एमसीडी में बैठी भाजपा अवैध पार्किग से पैसे कमा रही है, जो एमसीडी को नहीं मिल रहे, बल्कि भाजपा के नेताओं की जेब में जा रहे हैं।
अवैध पार्किग से हर साल लगभग 10,000 करोड़ रुपये का घोटाला
सिसोदिया ने बताया कि अस्पतालों और माल की पार्किग मुफ्त होती है, लेकिन पार्किग माफियाओं और एमसीडी की मिलीभगत से यहां भी अवैध रूप से लोगों से पार्किग शुल्क वसूला जा रहा है। जबकि, एमसीडी का कहना था कि अस्पतालों और माल को अतिरिक्त एफआर के तौर पर पार्किग की जगह दी जाती है। यह सारा अवैध काम एमसीडी और डीडीए की मिलीभगत से किया जा रहा है। भाजपा शासित एमसीडी अवैध पार्किग से हर साल लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करती है।