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Delhi Coronavirus: दिल्ली में निगम कर्मचारियों पर कहर बनकर बरपा कोरोना, अब तक 94 की मौत

उत्तरी निगम के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि 10 कर्मियों के परिवार के सदस्य को अस्थायी नौकरी दे दी है वहीं बाकि सभी की फाइलें दस लाख की सहायता राशि नौकरी देने के लिए चल रही है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 08:53 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 08:53 PM (IST)
Delhi Coronavirus: दिल्ली में निगम कर्मचारियों पर कहर बनकर बरपा कोरोना, अब तक 94 की मौत
निगम कर्मचारियों पर कहर बनकर बरपा कोरोना

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। वैसे तो कोरोना काम और धर्म देखकर वार नहीं करता है, लेकिन निगमों में कोरोना से जान गंवाने वालों में सफाई कर्मचारियों का आंकड़ा सबसे ज्यादा है। यही वजह है कि अब तक 94 कर्मचारियों की कोरोना से मृत्यु हुई जिसमें 49 सफाई कर्मचारी हैं। वहीं, इसमें नालों की सफाई में लगे नाला बेलदार की भी मौत हुई है। तीनों निगम की बात करें तो पूर्वी निगम में आठ सफाई कर्चमारियों की कोरोना से मृत्यु हुई है, दक्षिणी में 16 और उत्तरी में सबसे अधिक 25 सफाई कर्मचारियों की कोरोना ने जान ले ली।

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उल्लेखनीय है कि तीनों नगर निगम में करीब 52 हजार के सफाई कर्मचारी है। जिसमें अनुबंधित भी शामिल हैं। सफाई कर्मचारियों की मृत्यु का कारण इसलिए भी है क्योंकि यह फ्रंटलाइन वर्कर है। अस्पतालों में साफ-सफाई से लेकर संक्रमित लोगों के घरों से कूड़ा उठाना और रोज का साफ-सफाई कार्य तो है। वहीं, इन कर्मचारियों को सैनिटाइजेशन के कार्य भी लगाया गया। तमाम सावधानी बरतने के पाद भी कर्मचारी किसी न किसी तरह से संक्रमण की चपेट में आ ही जाते हैं।

पहले से भी होती है बीमारी

सफाई कर्मचारियों को अपने कार्य के दौरान भी काफी बीमारी हो जाती है। जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण होने के बाद उन्हें सर्वाधिक जान का खतरा रहता है। दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने बताया कि सफाई कर्मचारी के पास एक तो संसाधनों का अभाव रहता है। चूंकि वह ऐसे कार्य में रहता है जहां पर श्वास से जुड़ी दमे जैसी बीमारियां होने का ज्यादा खतरा रहता है। वहीं, उच्च रक्तचाप की भी बीमारी होती है। ऐसे में उन्हें कोरोना होता है तो उनके लिए वह अन्य लोगों की अपेक्षा में ज्यादा खतरनाक हो जाता है।

दस लाख की सहायता राशि और नौकरी है निगम में प्राविधान

तीनों नगर निगम में कर्मचारियों की मृत्यु होने पर परिवार को दस लाख की सहायता राशि और आश्रितों में से एक सदस्य को नौकरी देने का प्राविधान है। उत्तरी निगम के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि 10 कर्मियों के परिवार के सदस्य को अस्थायी नौकरी दे दी है वहीं बाकि सभी की फाइलें दस लाख की सहायता राशि नौकरी देने के लिए चल रही है। वहीं दक्षिणी के नेता सदन नरेंद्र चावला ने बताया कि में पांच दिवंगत कर्मचारियों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे दी गई है तो वहीं 13 परिवारों को दस लाख की सहायता राशि दे दी गई है। बाकि सभी की फाइलों पर अभी कार्रवाई चल रही है।

उत्तरी निगम

सफाई कर्मचारी: 25

डाक्टर: 2

प्रिंसीपल: 2

बेलदार: 1

सहायक मलेरिया निरीक्षक: 1

डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स :1

शिक्षक: 1

अन्य कर्मी : 16

कुल: 49

दक्षिणी निगम

सफाई कर्मचारी : 16

डाक्टर: 3

इंजीनियर: 3

शिक्षक: 2

फार्मासिस्ट: 3

अन्य: 2

कुल :29

पूर्वी निगम

सफाई कर्मचारी: 8

डाक्टर: 2

आया: 2

अन्य: 4

कुल :16


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