Lockdown News 2021: दिल्ली में 59 फीसद लोग चाहते हैं तीन सप्ताह का लॉकडाउन, ऑनलाइन सर्वे में सामने आई बात
Lockdown News 2021 राजधानी दिल्ली के 36 फीसद लोग लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते। इसके पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी इस तरह का सर्वे किया गया था। 28 मार्च की सर्वे रिपोर्ट में 16 फीसद लोगों ने लॉकडाउन लगाने की जरूरत बताई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी दिल्ली में करीब 59 फीसद लोग तीन सप्ताह का लॉकडाउन चाहते हैं। यह बातें सामुदायिक इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म लोकल सर्कल्स के सर्वे में सामने आई है। लोकल सर्कल्स ने 8,211 लोगों पर यह सर्वे किया। इनमें 67 फीसद पुरुष व 33 फीसद महिलाएं थीं। सर्वे में शामिल लोगों से यह पूछा गया कि क्या दिल्ली में कोरोना की रोकथाम के लिए तीन सप्ताह का लॉकडाउन होना चाहिए? इस सवाल पर 59 फीसद लोगों ने हां में जवाब दिया।
वहीं, 36 फीसद लोग लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते। इसके पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी इस तरह का सर्वे किया गया था। 28 मार्च की सर्वे रिपोर्ट में 16 फीसद लोगों ने लॉकडाउन लगाने की जरूरत बताई थी। इस तरह 15 अप्रैल तक लॉकडाउन की जरूरत महसूस करने वाले लोगों की संख्या मार्च की अंतिम सप्ताह की तुलना में 275 फीसद बढ़ गई। इसका कारण यह है कि 15 मार्च को दिल्ली में कोरोना के 368 मामले आए थे। तब संक्रमण दर महज 0.59 फीसद थी। जबकि 15 अप्रैल को 16,600 से अधिक मामले आए। वहीं, संक्रमण दर बढ़कर 20 फीसद से अधिक पहुंच गई।
दिल्ली में लगाया गया वीकेंड कर्फ्यू, सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया एलान
दिल्ली सरकार ने शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है। आवश्यक सेवाओं से संबंधित लोगों को बिना परेशानी के जल्द से जल्द कर्फ्यू पास जारी करेगी। माॅल्स, जिम, स्पाॅ, आँडिटोरियम पूरी तरह से बंद रहेंगे, सिनेमा हाॅल 30 फीसद क्षमता के साथ खुल सकते हैं। एक सप्ताहिक मार्केट को प्रतिदिन, प्रति जोन के हिसाब से अनुमति दी जाएगी और रेस्टोरेंट से सिर्फ होम डिलीवरी की अनुमति होगी।
अरविंद केजरीवाल ने साफ कहा कि इस समय प्रतिबंध लगाना बहुत जरूरी है, मुझे उम्मीद है कि सभी लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार का साथ देंगे। मार्केट और सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के निर्देशों का पालन कराने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। हर मरीज को अस्पताल में बेड उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन किसी विशेष अस्पताल में जाने पर जोर न दें। दिल्ली में अभी भी 5 हजार से अधिक बेड उपलब्ध हैं, अभी और बेड बढ़ाए जा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा है कि लोग इलाज के लिए किसी विशेष अस्पताल में जाने पर जोर न दें, यह हमारे लिए मुश्किल होगा।