कोरोना काल में दिल्ली सरकार के 56 अधिकारियों की हो गई मौत, 100 से अधिक अभी भी संक्रमित करा रहे इलाज
दिल्ली सरकार कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन के महासचिव उमेश बत्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल से मांग की है कि कोविड-19 ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले को कोरोना योद्धा घोषित किया जाना चाहिए। वहीं परिवार वालों को भी एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जानी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सचिवालय व अन्य जगहों पर काम कर रहे 56 अधिकारियों ने महज डेढ़ माह में जान गंवा दी है। वहीं, 100 से अधिक अधिकारी कोरोना संक्रमित हैं। कई मामले तो ऐसे भी हैं जिनमें पति और पत्नी दोनों की मौत हो गई है और उनके बच्चे बेसहारा हैं। सेवा विभाग में कार्यरत मोलिका वसु की कोरोना से मौत के एक घंटे बाद उनके पति ने भी कोरोना से जान गंवा दी। इसके बाद उनके मासूम बच्चे का इस दुनिया में कोई भी नहीं है। कोरोना काल के दौरान जान गंवाने वाले अधिकारियों की ड्यटी कोविड अस्पतालों, मास्क चेकिंग, राशन आवंटन सहित अन्य कार्यों में लगी हुई है।
ऐसे में दिल्ली सरकार कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन के महासचिव उमेश बत्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल से मांग की है कि कोविड-19 ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले अधिकारियों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाना चाहिए। वहीं, इनके परिवार वालों को भी एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जानी चाहिए। इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा के आधार पर नौकरी भी दी जाए।
एसोसिएशन के सचिव संजय गुप्ता ने कहा कि उनके साथियों ने अपना काम करते हुए कोरोना की ड्यूटी भी निभायी। इसलिए सरकार को उनके विषय में भी सहानुभूतिपूर्वक सोचना चाहिए।