Delhi News: एआइपीपी में बनेगी राष्ट्रीय पंचायत वाटिका, देश के सभी राज्यों के राजकीय वृक्षों का होगा संकलन
अखिल भारतीय पंचायत परिषद ने पहले चरण में पिछले दिनों अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रांगण में 500 लोगों ने 500 पौधे लगाए और उसकी देख भाल की जिम्मेदारी भी ली। दो चरणों में 500-500 पौधे लगाने की तैयारी की गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय पंचायत परिषद (एआइपीपी) के मयूर विहार फेस एक स्थित परिसर में पंचायत वाटिका के निर्माण का शुभारंभ प्रसिद्ध पर्यावरणविद् पीपल बाबा द्वारा किया गया है। इस दौरान दो चरणों में 500-500 पौधे लगाने की तैयारी की गई है। पहले चरण में पिछले दिनों अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रांगण में 500 लोगों ने 500 पौधे लगाए और उसकी देख भाल की जिम्मेदारी भी ली।
इस महत्वपूर्ण कार्य में 200 स्कूली बच्चे 20 अध्यापिकाएं व सामाजिक संगठनों की महिलाओं और गिव मी ट्रीज के अहम सदस्य विनीत बोहरा, मोहम्मद शाहिद, इस्तियाक अहमद, अभिनव आदि अपनी-अपनी टीमों के साथ उपस्थित रहे। साथ ही पांडव नगर थाने के मनीष कुमार और पूर्व में इस इलाके में तैनात रहे पुलिस अधिकारी नीरज कुमार शामिल रहे |
पंचायत वाटिका की क्या है थीम
इस अनोखी पंचायत वाटिका की थीम पर बातचीत करते हुए अखिल भारतीय पंचायत परिषद के कैम्पेन व मीडिया सलाहकार बद्रीनाथ ने कहा कि यह पर्यावरण के क्षेत्र में चलाया जाने वाला जन भागीदारी अभियान है। इसके लिए उन्होंने एक नारा देते हुए आह्वान किया आप हमें मिट्टी दें हम आपको पंचायत वाटिका देंगे।
अखिल भारतीय पंचायत परिषद कार्यालय के सामने की जगह जो कि झाड़ी, झंकाड़ और खर पतवार से भरी हुई है इस जगह को स्वच्छ करके ,फलदार और छायादार पौधे लगाकर हरियाली का विकास किया जायेगा। इसके विकास में हमें गिव मी ट्रीज ट्रस्ट मदद करेगा।
आपको बता दे कि पीपल बाबा के नेतृत्व में चलाए जा रहे हरियाली क्रांति अभियान के तहत पंचायत परिषद के मुख्यालय पंचायत धाम में विकसित की जा रही एक अनोखी पंचायत वाटिका में हर राज्य के राजकीय वृक्षों का संकलन किया जा रहा है, जो कि पंचायत वाटिका को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में पहचान दिलाने में मददगार होगा। यहां हर राज्य के पौधों के विकास के लिए उनके राज्यों की मिट्टी की जरूरत होगी। अतः सभी राज्यों के लोग अपने-अपने राज्यों की मिटटी और पांच-पांच राजकीय वृक्षों को राष्ट्रीय मुख्यालय के पते पर भेजेंगे।
इसका व्यावहारिक पहलू यह है कि राज्य विशेष के पौधों को उसी राज्य की मिट्टी में ही उगाया जा सकता है | इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर दलों और संगठनों के लोग दलगत भावना से ऊपर उठकर आगे आ रहे हैं|
गौरतलब है कि अखिल भारतीय पंचायत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकान्त सहाय , संरक्षक आर. के सिन्हा, डा. अशोक चौहान (कार्यवाहक अध्यक्ष एआईपीपी), महामंत्री ध्यानपाल सिंह जादौन, अनिल शर्मा व अखिल भारतीय हिंदी एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह व उनकी टीम और समाजसेवी रवि पाठक पंचायत वाटिका के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।