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NCR में खुलेंगे 50 नए सीएनजी स्टेशन, ईपीसीए ने आइजीएल को दिए निर्देश

इस समय सीएनजी के लिए 20 से 25 मिनट तक का इंतजार करना पड़ता है। व्यस्ततम घंटों में यह इंतजार बढ़कर 35 से 40 मिनट तक हो जाता है। फरवरी 2019 तक 50 और सीएनजी फिलिंग स्टेशन बढ़ेंगे।

By Edited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 09:25 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 10:01 PM (IST)
NCR में खुलेंगे 50 नए सीएनजी स्टेशन, ईपीसीए ने आइजीएल को दिए निर्देश
NCR में खुलेंगे 50 नए सीएनजी स्टेशन, ईपीसीए ने आइजीएल को दिए निर्देश

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार एक तरह सीएनजी वाहनों को प्रोत्साहित कर रही है। दूसरी तरफ एनसीआर में तेजी से बढ़ रहे सीएनजी वाहनों के लिए पर्याप्त फिलिंग स्टेशन नहीं हैं। इस वजह से सीएनजी फिलिंग स्टेशनों के आसपास वाहनों की लंबी कतार और उससे लगने वाले जाम का नजारा आम हो चुका है। लोगों को जल्द इस समस्या से निजात दिलाने की कवायद शुरू कर दी गई है।

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सीएनजी फिलिंग स्टेशनों के आसपास सीएनजी के लिए बढ़ती गाड़ियों की कतारों के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित इंवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी (ईपीसीए) ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आइजीएल) को अपने डिस्पेंसर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। ईपीसीए की सदस्य सुनीता नारायण ने कहा कि सीएनजी की गाड़ियां काफी तेजी से बढ़ी हैं। इससे सीएनजी स्टेशनों पर गाड़ियों की लाइन भी लंबी होती जा रही है।

पर्याप्त फिलिंग स्टेशन न होने की वजह से सीएनजी स्टेशनों के आसपास जाम भी रहता है और प्रदूषण की समस्या भी बढ़ रही है। दूसरी तरफ सीएनजी की लंबी कतार से बचने के लिए लोग डीजल गाड़ियां लेना भी पसंद करने लगे हैं। इस समय दिल्ली-एनसीआर में 450 सीएनजी फिलिंग स्टेशन है।

अगले साल खुलेंगे 50 नए सीएनजी स्टेशन
आइजीएल के अनुसार फरवरी 2019 तक 50 और सीएनजी फिलिंग स्टेशन बढ़ जाएंगे। यह सीएनजी पंप दिल्ली एनसीआर में रहेंगे। इन 50 नए पंप पर आइजीएल करीब 250 करोड़ की लागत लगा रहा है। इससे आइजीएल की एक दिन की क्षमता 70 लाख किलोग्राम तक हो जाएगी। इसके बाद एक दिन में 35 लाख गाड़ियों में सीएनजी भरी जा सकेगी। इस समय करीब 31 लाख गाड़ियों में सीएनजी प्रतिदिन भरने की क्षमता है।

सीएनजी भराने में लगता है 20 से 40 मिनट
गौरतलब है कि सीएनजी पंपों पर हर समय कैब, स्कूल बस, प्राइवेट बस, अन्य कॉमर्शियल वाहनों की कतारें नजर आती हैं। यह कतारें अधिकाश जगहों पर सर्विस लेन कवर कर लेती है। इसकी वजह से स्लो मूविंग ट्रैफिक भी मुख्य रोड पर आ जाता है। नतीजा, जाम लग जाता है। उपभोक्ताओं के अनुसार इस समय सीएनजी के लिए उन्हें 20 से 25 मिनट तक का इंतजार करना पड़ता है। जबकि व्यस्ततम घंटों में यह इंतजार बढ़कर 35 से 40 मिनट तक हो जाता है। इसके कारण सबसे अधिक परेशानिया कैब संचालकों को होती है।


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