यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले 23 हजार लोगों का डीएल इतने महीने के लिए निलंबित, ये है वजह
यमुना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार चलने वाले 23 हजार से अधिक वाहन चालकों के डीएल तीन महीने के लिए निलंबित करने की संस्तुति यातायात विभाग की ओर की गई है।
नोएडा, जेएनएन। यमुना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार चलने वाले 23 हजार से अधिक वाहन चालकों के डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) तीन महीने के लिए निलंबित करने की संस्तुति यातायात विभाग की ओर की गई है। ये चालक अक्टूबर 2018 से जनवरी 2019 के दौरान चार माह में 100 किमी प्रतिघंटा से अधिक रफ्तार से गाड़ी चलाते कैमरे में कैद हुए और उनका चालान कटा है।
यातायात विभाग पहले तीन बार तेज रफ्तार से वाहन चलाते पकड़े जाने या ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने पर डीएल निलंबित करने की संस्तुति कर रहा था, लेकिन अब एक बार भी तेज रफ्तार वाहन चलाते पकड़े जाने पर डीएल निलंबित करने की संस्तुति की जा रही है। यातायात पुलिस ने अप्रैल 2018 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र में अत्याधुनिक कैमरे लगाकर ऑनलाइन चालान की व्यवस्था की थी।
जनवरी 2019 तक 82 हजार 876 वाहन ओवर स्पीड चलते कैमरे में कैद हुए और चालान कटे। इनमें दिल्ली के नंबर के 34 हजार 309 वाहन थे जो कुल चालान का 41.39 फीसद है। वहीं, यूपी नंबर के 34 हजार 195 वाहनों के चालान कटे। जो करीब 41.26 प्रतिशत है, जो दिल्ली से मामूली कम है। हरियाणा नंबर की 8 हजार 345 वाहनों के चालान कटे हैं।
यातायात विभाग के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2018 में शुरू हुए ऑनलाइन चालान की व्यवस्था के बाद से 10 माह में गौतमबुद्धनगर में रजिस्टर्ड कुल आठ हजार 492 वाहनों के चालान यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओवर स्पीड चलने पर कटे हैं। यह कुल आंकड़े का करीब 10.24 प्रतिशत है। 23 हजार से अधिक वाहन चालकों के डीएल निलंबित करने की संस्तुति यातायात विभाग के अनुसार पहले तीन बार ओवरस्पीड चलते पकड़े जाने या ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने पर डीएल निलंबित करने की संस्तुति की जा रही थी। लेकिन अब उसमें बदलाव करते हुए नियमानुसार ही एक बार भी ओवर स्पीड चलते पकड़े जाने पर डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) निलंबित करने की संस्तुति की जा रही है।