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बैरिकेड के तार में फंसकर युवक की मौत, SHO समेत चार पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

डीसीपी (नॉर्थ वेस्ट) असलम खान ने बताया कि शुरुआती जांच में डिविजन स्टाफ की लापरवाही सामने आई है।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 08 Feb 2018 01:41 PM (IST)Updated: Fri, 09 Feb 2018 01:44 PM (IST)
बैरिकेड के तार में फंसकर युवक की मौत, SHO समेत चार पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
बैरिकेड के तार में फंसकर युवक की मौत, SHO समेत चार पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली पुलिस की लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में  बुधवार रात को बाइकसवार युवक पुलिस बैरिकेड से बंधे तार में इस तरह उलझ गया की उसकी दर्दनाक मौत हो गई। 

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घटनास्थल के दृश्यों के मुताबिक, यह तार बाइकसवार युवक को अंधेरे में नजर नहीं आई। घटना के मुताबिक, बाइक सवार युवक की गर्दन में पहले कट लगा, फिर बाइक सवार पलटियां खाता हुआ सड़क पर गिर पड़ा।

जिससे सिर में गहरी चोटें लगने से मौके पर मौत हो गई। हादसा शकूरपुर निवासी 21 साल के अभिषेक के साथ हुआ। वह रात में डीजे बजाने का काम करता था।

डीसीपी (नॉर्थ वेस्ट) असलम खान ने बताया कि शुरुआती जांच में डिविजन स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में आईपीसी की धारा 304A के तहत लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज किया है। निलंबित पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर, एक हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल हैं।

यूं हुआ अभिषेक के साथ हादसा

जानकारी के मुताबिक, युवक अभिषेक के साथ यह हादसा बैरिकेडिंग के साथ बंधे तार से हुआ। कहा जा रहा हा कि अभिषेक रात में डीजे बजाकर शकूरपुर स्थित अपने घर लौट रहा था। 

बैरिकेड के चलते अभिषेक ने एक लेन से दूसरे लेन में बाइक ले जाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे में उसे बैरिकेड से बंधी तार नजर नहीं आई। तार उनकी गर्दन में फंसी, जिससे वह बुरी तरह उलझकर गिर गए। जिससे गर्दन पर कट लगने के बाद उनके सिर में भी गहरी चोटें आईं।

परिजनों की मानें तो अभिषेक को जब तक अस्पताल ले गए, मौत हो चुकी थी। वहीं, अभिषेक की मां का कहना है कि लापरवाह पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो जिम्मेदारी है उसके सजा मिलनी चाहिए। 

वहीं, अभिषेक के एक रिश्तेदार सुनील का कहना है कि इस जगह पर कोई भी पुलिसवाला नहीं था। स्थानीय लोगों ने ही उसकी मदद की। बैरिकडिंग लगे थे तो यहां पर पीसीआर होनी चाहिए थी। अभिषेक के साथ हुए हादसे से तकरीबन 15 मिनट पहले एक और आदमी इन तारों की चपेट में आया था, लेकिन वह बचा गया।

 

सुनील ने बताया कि रास्ते में बैरिकेड्स थे और उसको तार से बांधा गया था। जब अभिषेक अपनी बाइक से आ रहा था तो वहां पर इतना अंधेरा था कि उसको वो नजर ही नहीं आया और वो तार उसकी गर्दन पर लग गया। 


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