दिल्ली में फॉर्च्यूनर ने बरपाया कहर, एक की मौत, घायल 8 लोगों में डीयू के प्रोफेसर भी
फॉर्च्यूनर ने करीब 200 मीटर तक कहर बरपाया। हर व्यक्ति जान बचाने के लिए भाग रहा था। हर तरफ चीख-पुकार मची थी। इस दौरान सरिये से लदे रिक्शे, आरटीवी और राहगीर भी चपेट आ गए।
नई दिल्ली, जेएनएन/भगवान झा। पश्चिम विहार थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम बाहरी रिंग रोड के रास्ते पीरागढ़ी से मीराबाग की ओर आ रही बेलगाम फॉर्च्यूनर ने जमकर कहर बरपाया। अनियंत्रित फॉर्च्यूनर पहले डिवाइडर से टकराई, फिर सामने जितने भी वाहन आते गए, उन्हें टक्कर मारती गई। घटना में एक किशोरी की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हो गए। घायलों में फॉर्च्यूनर चालक प्रो. कमल कुमार भी शामिल हैं। वह डीयू के हंसराज कॉलेज से सेवानिवृत्त हुए हैं। वहीं, ई-रिक्शा और ऑटो सहित दर्जनभर वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
घटना मीराबाग इलाके में करीब साढ़े सात बजे की है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को वाहनों से निकालकर सहगल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं किशोरी सीमा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर हालत में दो लोग आइसीयू में भर्ती हैं। पुलिस के अनुसार, फॉर्च्यूनर ऑटोमेटिक मॉड पर चल रही थी। इसमें तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह घटना हुई।
रिक्शे में मारी टक्कर, फॉर्च्यूनर में घुसा सरिया
भीषण टक्कर के बाद फॉर्च्यूनर का एयर बैग खुल गया। इसके बावजूद चालक घायल हो गया। इससे टक्कर की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रत्यक्षदर्शी प्रीतपाल के मुताबिक, फॉर्च्यूनर ने सरिया लदे एक रिक्शे को भी टक्कर मारी। इससे सरिया का कुछ हिस्सा फॉर्च्यूनर में जा घुसा। फॉर्च्यूनर में छह लोग सवार थे।
हादसे के बाद लगा लंबा जाम
हादसे के बाद बाहरी रिंग रोड पर लंबा जाम लग गया। यहां तक कि घटनास्थल के ऊपर से गुजर रहे एलिवेटेड रोड पर भी जानकारी लेने के लिए वाहन रोकने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस काफी मशक्कत के बाद यातायात संचालन सामान्य करा सकी।
दिल दहला देने वाली घटा से सहमे लोग
पंजाबी बाग इलाके में 10 नवंबर को नशा और रफ्तार के कारण हुए सड़क हादसे में महिला की मौत की घटना को लोग भुला भी नहीं सके थे कि बुधवार को मीराबाग में दिल दहलाने वाली घटना सामने आ गई। बेलगाम फॉर्च्यूनर ने करीब 200 मीटर तक कहर बरपाया। हर व्यक्ति जान बचाने के लिए भाग रहा था। हर तरफ चीख-पुकार मची थी। इस दौरान सरिये से लदे रिक्शे, आरटीवी और राहगीर भी चपेट आ गए।
पुलिस को देखकर बढ़ाई गति
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि फॉर्च्यूनर घटनास्थल से करीब 500 मीटर पहले खड़ी थी। वहां एक पुलिसकर्मी को गाड़ी की तरफ आता देखकर चालक ने तेज गति में गाड़ी भगाई।
ओवरटेक करती आ रही थी फॉर्च्यूनर
प्रत्यक्षदर्शी कमलजीत के अनुसार, फॉर्च्यूनर काफी तेज रफ्तार में थी और एक के बाद एक गाड़ी को ओवरटेक कर रही थी। इसी दौरान चालक का संतुलन बिगड़ा और कई वाहन चपेट में आ गए। फॉर्च्यूनर के रुकने के बाद लोगों ने सबसे पहले फॉर्च्यूनर में सवार छह लोगों को निकाला और फुटपाथ पर घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाया।
ट्रैफिक रुका होता तो और बड़ा हादसा हो जाता
घटना के समय मीराबाग चौराहे पर हरी बत्ती हो गई थी, इसलिए अधिकांश वाहन निकल गए थे। अगर वहां लालबत्ती होती, ट्रैफिक रुका होता तो और बड़ा हादसा हो सकता था। इसके बावजूद घटना अफरातफरी का माहौल था। जिस आरटीवी में टक्कर लगी, उसमें कई यात्री सवार थे। अगर आरटीवी पलट जाती तो कई लोगों की जान पर बन सकती थी।