दिल्ली में डेंगू के 131 मरीज, छह बच्चों की मौत
राजधानी में डेंगू के 131 मरीजों की पुष्टि के साथ छह बच्चों की मौत भी हुई है। इससे इस वर्ष डेंगू से जान गंवाने वालों की संख्या 23 पर जा पहुंची है। अक्टूबर और नंवबर में हुई बच्चों की मौत की पुष्टि अपनी सोमवार की रिपोर्ट में की है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में डेंगू के 131 मरीजों की पुष्टि के साथ छह बच्चों की मौत भी हुई है। इससे इस वर्ष डेंगू से जान गंवाने वालों की संख्या 23 पर जा पहुंची है। निगम ने अक्टूबर और नंवबर में हुई बच्चों की मौत की पुष्टि अपनी सोमवार की रिपोर्ट में की है। वहीं, बीते सप्ताह 131 मरीजों के साथ डेंगू के मरीजों की संख्या 9545 तक जा पहुंची है। दिसंबर का आखिरी सप्ताह होने के बाद भी डेंगू के मरीजों के सामने आना निगम के लिए परेशानी भरा हो गया है। चिंता इस बात की है कि अब जो मच्छरों की उत्पत्ति हो रही है वह सार्वजनिक स्थल पर नहीं बल्कि लोगों के घरों में ही हो रही है।
मच्छरजनित बीमारियों के लिए आंकड़े जारी करने वाली नोडल दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार बीते सप्ताह 131 मरीजों में से 37 मरीज दक्षिणी दिल्ली निगम क्षेत्र से हैं। जबकि उत्तरी दिल्ली नगर निगम से 29 और पूर्वी निगम क्षेत्र से 16 मरीजों की पुष्टि हुई है। दो मरीज नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र से हैं। जबकि 47 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है। राहत की बात है कि इस सप्ताह भी मलेरिया और चिकनगुनिया का कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2015 में डेंगू के 15 हजार 867 मरीज सामने आए थे जबकि 60 मरीजों की मौत हो गई थी।
अक्टूबर-नंवबर की मृत्यु की अब की पुष्टि
डेंगू से हुई मौत को निगम पर छिपाने का आरोप लग रहे हैं, क्योंकि निगम ने जिन छह मौत की पुष्टि सोमवार को की है उनकी मृत्यु अक्टूबर-नंवबर में हुई थी। दो माह तक निगम की डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी ने इसको दबाए रखा। हालांकि इस वर्ष अस्पतालों ने भी मरीजों की मृत्यु और पुष्टि की जानकारी देरी से दी है। फिर भी इतने लंबे समय तक आंकड़े छिपाना सही नहीं है। बीते वर्ष भी डेंगू से एक मरीज की मृत्यु हुई थी। वह भी निगम ने तीन माह बाद पुष्ट की थी। दक्षिणी निगम में कांग्रेस के नेता अभिषेक दत्त ने कहा कि निगम को आंकड़े छिपाने नहीं चाहिए। आंकड़े सही सार्वजनिक करने से लोगों में जागरुकता आती है।
23 में 11 बच्चों की गई जान
इस वर्ष डेंगू ने 23 जीवनलीलाओं को समाप्त कर दिया। हैरानी की बात है कि 23 में जान गंवाने वालों में 11 बच्चे हैं। निगम द्वारा सोमवार को जिन छह मृत्यु को पुष्ट किया गया है उसमें भी सभी बच्चे ही है। रिपोर्ट के अनुसार आठ माह के बच्चे की मौत चाचा नेहरु अस्पताल में तीन नंवबर को हुई थी। दूसरी मृत्यु सात साल के बच्चे की है। इसकी मृत्यु 29 अक्टूबर को हुई अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी। तीसरी मृत्यु आठ वर्षीय बच्ची की है। जो पांच नंवबर को एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी। अन्य तीन मृत्यु भी 10 से 15 वर्ष के बच्चों की है। जिनमें दो बच्चों की मौत अक्टूबर माह में हुई थी और एक बच्चे की मौत नंवबर में हुई थी। इससे पहले भी पांच बच्चों की मृत्यु हो चुकी है। उनकी भी आयु 5 से 11 वर्ष के बीच की थी।
मच्छरजनित बीमारियों के आंकड़े
- वर्ष-मलेरिया-डेंगू-चिकनगुनिया
- 2015-359-15867-64
- 2016-454-4431-7760
- 2017-577-4726-559
- 2018-473-2798-165
- 2019-713-2036-293
- 2020-228-1072-111
- 2021-167-9545-89
डेंगू से मृत्यु
- वर्ष-मृत्यु
- 2015-60
- 2016-10
- 2017-10
- 2018-4
- 2019-2
- 2020-1
- 2021-23