मेरे पति के पुरस्कार आगे बढ़ने के लिए करते हैं प्रेरित : माया शर्मा
फोटो नंबर 14 यूटीएम जागरण संवाददाता पश्चिमी दिल्ली जन्म और मृत्यु जीवन चक्र का एक हिस्सा है लेकिन जीवन में काफी कम ऐसे लोग होते है जो वे सोचते है उसे न सिर्फ प्राप्त हैं बल्कि उस क्षेत्र में नाम कमाते है। वर्ष 200
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : वर्ष 2008 बटला हाउस मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए मोहन चंद शर्मा को आजादी की 74वीं वर्षगांठ के अवसर पर पुलिस गैलेंट्री मेडल से सम्मानित करने की घोषणा की गई। मोहन चंद शर्मा की पत्नी माया शर्मा ने बताया ' मेरे पति को दो राष्ट्रपति, छह पुलिस गैलेंट्री मेडल व अशोक चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। यह उनका सातवां पुलिस गैलेंट्री मेडल है। मुझे गर्व है कि मैं मोहन चंद शर्मा की पत्नी हूं। आज भले ही वे अपने परिवार के बीच में नहीं हैं, लेकिन उनके ये पदक हमें जीवन में आगे बढ़ने का हौसला देते हैं। मेरे पति को अपनी ड्यूटी से काफी लगाव था, यही वजह थी कि वे मुझे व अपने बेटे को कभी समय नहीं दे पाए। हालांकि मुझे इस बात को लेकर कभी उनसे कोई शिकायत नहीं रही। हम दोनों के बीच काफी समझदारी थी। उनकी कमी जीवन में कोई पूरी नहीं कर सकता है। हमें भी समाज में जो प्रतिष्ठा प्राप्त हुई है, वह भी उन्हीं की देन है। '