कोरोना बढ़ने से रोकने के लिए जेलों में आइसोलेशन वार्ड बनाएं
जेलों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आइसोलेशन वार्ड और कोरोना जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:
जेलों में कई कैदियों और कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने पर हाई कोर्ट की अध्यक्षता वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने जेलों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आइसोलेशन वार्ड और कोरोना जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति हेमा कोहली की अध्यक्षता वाली समिति ने भी जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि 55 वर्ष से अधिक उम्र के कैदियों के साथ अतिरिक्त सावधानी बरती जाए। हाल ही में जेल में एक 62 वर्षीय कैदी की मृत्यु हो गई और बाद में वह कोरोना संक्रमित पाया गया था।
समिति ने कहा कि जेल में आने वाले नए कैदियों के तेजी से परीक्षण किए जाएं। अंतरिम बेल और पैरोल देकर जेलों की भीड़ कम करने की जानकारी देते हुए समिति को बताया गया कि कुल 4129 कैदियों को 20 जून तक रिहा कर दिया गया है। आइसोलेशन वार्ड में रखे जाएं 18 से 21 वर्ष के कैदी
समिति ने निर्देश दिया कि 18 से 21 वर्ष के बीच के कैदियों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए। साथ ही महानिदेशक कारागार और दिल्ली सरकार के विशेष सचिव (गृह) से कहा कि वे मंडोली जेल से सटे 360 खाली पुलिस क्वार्टरों को कोरोना संक्रमित कैदियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए उपयोग करें। कर्मचारियों की जांच करने को कहा
जेल कर्मचारियों के माध्यम से कैदियों में कोरोना फैलने से रोकने के लिए समिति ने कर्मचारियों का तेजी से परीक्षण करने का निर्देश दिया। समिति ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोरोना के लक्षणों वाले जेल स्टाफ को जेल के कैदियों के संपर्क में आने से रोका जाए।