मुजफ्फरनगर में बनाई जाती थी अवैध पिस्टल, चार गिरफ्तार
नोट-- उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर फोटो नंबर 26 यूटीएम 45 बाहरी जिला पुलिस के एएटीएस ने जौला गांव में की छापेमारी और फैक्ट्री का किया भंडाफोड़ पांच पिस्टल भी बरामद
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : बाहरी जिला पुलिस के वाहन चोरी निरोधक दस्ते (एएटीएस) ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में छापेमारी कर अवैध हथियारों की फैक्ट्री चला रहे मो. सलीम व उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मौके से अवैध हथियार निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री व मशीन भी बरामद हुई है। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने पांच पिस्टल बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपित मो. सलीम व प्रवीण जहां अवैध हथियार बनाते थे वहीं कुणाल व दीपक इनकी खरीदारी करता था। कुणाल पर हत्या के प्रयास का मामला तो वहीं दीपक पर अवैध शराब तस्करी का मामला दर्ज है।
बाहरी जिला पुलिस अतिरिक्त उपायुक्त सुधांशु धामा ने बताया कि एएटीएस टीम अवैध हथियार के मामलों पर नजर रखे हुए थी। 18 अक्टूबर को पता चला कि टीकरी कलां गांव के पास कुछ लोग अवैध हथियार लेकर घूम रहे हैं। इसके बाद यह सूचना वरिष्ठ अधिकारियों से साझा की गई। टीम ने मौके पर छापेमारी की और प्रवीण को दबोच लिया। इसके पास से पिस्टल मिला। छानबीन के दौरान पुलिस को एक और पिस्टल मिला। पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि उसने यह पिस्टल मो. सलीम व असलम से खरीदा है। उसने बताया कि ये लोग बागपत, बड़ौत, मेरठ व मुजफ्फरनगर में बदमाशों को अवैध हथियार की आपूर्ति करते हैं। प्रवीण को पुलिस हिरासत में लेकर पुलिस ने छानबीन जारी रखी। पुलिस ने इससे मिली जानकारी के आधार पर मुजफ्फरनगर के जौला गांव में मो. सलीम को दबोच लिया। इसके पास से पिस्टल मिला। मो. सलीम से पुलिस को पता चला कि इसके पहले भी वह अवैध हथियार के मामले में करीब दो दशक पूर्व मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके बाद से पुलिस से बचने के इरादे से उसने अवैध हथियार के निर्माण का तरीका बदल लिया। पहले वह अवैध हथियार के पुर्जे तैयार करता था। बाद में वह इन्हें जोड़कर हथियार बनाता था। इसके लिए वह अलग अलग जगहों का इस्तेमाल करता था। करीब तीन वर्ष पूर्व इसके एक सहयोगी मो. इंतेजार को नजफगढ़ इलाके में 28 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने मो. सलीम से मिली जानकारी के आधार पर मुजफ्फरनगर के जौला में छापेमारी की और वहां फैक्ट्री से पिस्टल निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री बड़ी मात्रा में बरामद की। उधर प्रवीण से पुलिस को कुणाल के बारे में पता चला। पुलिस ने इसे भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस दीपक के पास पहुंची। इसके पास से भी पुलिस को एक पिस्टल बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार अभी इस पूरे गिरोह से जुड़े नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।