यमुना में अमोनिया बढऩे को लेकर कपिल मिश्रा ने उमा भारती को लिखा पत्र
कपिल मिश्रा ने कहा कि आए दिन हरियाणा से यमुना में आ रहे कच्चे पानी में अमोनिया पर रोक नहीं लग पाई है। इससे जल शोधन संयंत्रों में शोधित करना मुश्किल है। इसी का नतीजा था कि बुधवार शाम को जल बोर्ड के दो शोधन संयंत्र वजीराबाद व चंद्रावल जल
नई दिल्ली । यमुना नदी के पानी में अमोनिया की मात्रा में वृद्धि हो जाने के मद्देनजर पिछले कुछ दिनों से दिल्ली जल बोर्ड के दो जल शोधन संयंत्र को बंद करने की स्थिति उत्पन्न हुई, और दिल्ली वालों को जल संकट का सामना करना पड़ा। इस बाबत शनिवार को दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष कपिल मिश्रा ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती को पत्र लिखा है।
उन्होंने लिखा है कि हरियाणा की तरफ से यमुना में आ रहे कच्चे पानी में तरह-तरह की अशुद्धियां डाली जा रही है। इसके चलते आए दिन जल शोधन संयंत्र को बंद करना पड़ता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को इस समस्या को लेकर हरियाणा सरकार से बात कर समस्या का समाधान करने की बात कही है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि आए दिन हरियाणा से यमुना में आ रहे कच्चे पानी में अमोनिया पर रोक नहीं लग पाई है। इससे जल शोधन संयंत्रों में शोधित करना मुश्किल है। इसी का नतीजा था कि बुधवार शाम को जल बोर्ड के दो शोधन संयंत्र वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र ठप हो गया था और दिल्ली में जल संकट बढ़ गया है। इस समस्या से दिल्ली की एक तिहाई जनसंख्या प्रभावित हुई है। ऐसी परेशानी दोबारा ना हो अब यह केंद्र स्तर पर सुलझाया जाए।
दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष कपिल मिश्रा का कहना है कि औद्योगिक कचरे का मामला कई बार हरियाणा के अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है। इसके बावजूद हरियाणा ने इस पर ध्यान नहीं दिया। पहले हरियाणा ने आश्वासन दिया था कि पानीपत से यमुना में प्रवाहित किए जाने वाले औद्योगिक कचरा को रोकने के लिए स्थायी उपाय किए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके चलते यमुना में कई बार अमोनिया की मात्रा काफी बढ़ जाती है।